बेगूसराय के विधायक कुंदन कुमार बने एमएसएमई नेशनल बोर्ड के सदस्य, गडकरी ने की तारीफ

बेगूसराय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों का आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए तमाम मंत्रालय विभिन्न तरह के आयामों को पूरा करने में जुटा हुआ है। इसके लिए विभिन्न मंत्रालय अनुभवी लोगों को सदस्य बनाकर योजना में तेजी लाने तथा इसे देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाने का प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में उद्यम को बढ़ावा देने में लगे बेगूसराय के विधायक कुंदन कुमार को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय (एमएसएमई) के नेशनल बोर्ड का सदस्य बनाया गया है।

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग विभाग के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उन्हें सदस्य पद पर मनोनीत किया है।  गडकरी ने कहा है कि कुंदन कुमार का अनुभव और रचनात्मक सोच देश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगा। देश के सभी अंचलों में उत्कृष्ट उत्पादों का विनिर्माण होता है लेकिन तकनीकी जानकारी के अभाव के कारण उन्हें बाजार में उपयुक्त स्थान नहीं मिल पाता है। कुंदन कुमार का सहयोग तकनीकी और मार्केटिंग की सफलता के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। आशा और पूर्ण विश्वास है कि पूरी लगन मेहनत और निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करेंगे तथा उद्योग जगत के अपने अनुभव से एमएसएमई क्षेत्र को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। इससे आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में सहूलियत होगी और वह इसके लिए अपना योगदान प्रदान करेंगे।

कुंदन कुमार ने एमएसएमई नेशनल बोर्ड का सदस्य बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विभागीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया है। उन्होंने शुक्रवार को बताया कि केंद्र सरकार के अति महत्वपूर्ण विभाग में जो जिम्मेदारी दी गई है उस पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश समग्र विकास कर रहा है। यह मंत्रालय प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम एवं अन्य योजनाओं, खादी-गांव और कॉयर उद्योगों के विकास, प्रौद्योगिकी उन्नयन और गुणवत्ता प्रमाणन विपणन प्रोत्साहन, उद्यमिता एवं कौशल विकास, बुनियादी ढांचा विकास तथा राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम की योजनाओं के माध्यम से देश में नई औद्योगिक क्रांति करने में जुटी हुई है। जिसमें बढ़ावा देने के लिए हर आयामों पर काम करेंगे। बड़े शहर ही नहीं, गांव-गांव में उत्कृष्ट उत्पादों का निर्माण होता है। उन निर्माताओं को एमएसएमई के तहत सहयोग देकर, उनके उत्पादों को बाजार दिलाना तथा बाजार में उचित मूल्य दिलवाकर आर्थिक विकास में सहयोग करना उनकी प्राथमिकता होगी।