पीएम मोदी ने बताया पूरा सच, कहा मंडियो के लिए किसानों को करना होगा…

कृषि सुधार के जरिए हमने किसानों को बेहतर विकल्प दिए हैं। आप जहां चाहें जिसे चाहें अपनी उपज बेच सकते हैं। कृषि कानून को लेकर झूठ फैलाए जा रहे हैं। एमएसपी और मंडी पर अफवाह जारी है, कानून लागू हुए कई महीने हो गए हैं, लेकिन क्या किसी को कोई नुकसान हुआ है।

 

किसान आंदोलन में सभी गलत लोग नहीं हैं, कुछ भोले किसानों को भड़काया जा रहा है। पहले एमएसपी पर फसल बेची गई और उसके बाद आंदोलन को हवा दी गई।

पिछले दिनों अनेक राज्यों, चाहे असम हो, राजस्थान हो, जम्मू-कश्मीर हो, इनमें पंचायतों के चुनाव हुए। इनमें प्रमुखता से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने, किसानों ने ही भाग लिया। उन्होंने एक प्रकार से किसानों को गुमराह करने वाले सभी दलों को नकार दिया है। सरकार किसान के साथ हर कदम पर खड़ी है।

हमने लंबे समय से लटकी स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, लागत का डेढ़ गुना एमएसपी किसानों को दिया। पहले कुछ ही फसलों पर एमएसपी मिलता थी, हमने उनकी भी संख्या बढ़ाई।

पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत देश के 9 करोड़ किसानों के खाते में 18 हजार करोड़ रु. की राशि ट्रांसफर की। वहीं सरकार की तरफ से किसान नेताओं को भेजे गए वार्ता प्रस्ताव पर 24 घंटे बीतने के बाद भी किसान नेता कोई निर्णय नहीं ले पाए। अब शनिवार को मीटिंग होगी, जिसमें इस प्रस्ताव पर चर्चा होगी।

मैं इन दलों से पूछता हूं कि यहां फोटो निकालने के कार्यक्रम करते हो, जरा केरल में आंदोलन कर वहां तो एपीएमसी चालू कराओ। पंजाब के किसानों को गुमराह करने के लिए आपके पास समय है, केरल में यह व्यवस्था शुरू कराने के लिए आपके पास समय नहीं। क्यों आप लोग दोगली नीति लेकर चल रहे हो।

पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 6 राज्यों के किसानों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। पीएम ने कहा कि पूरे देश के किसानों को किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिल रहा है, सभी विचारधारा की सरकारें इससे जुड़ी हैं। लेकिन कुछ दलों को आजकल एपीएमसी-मंडियों की बहुत याद आ रही है। लेकिन ये भूल जाते हैं कि केरल में एपीएमसी-मंडियां हैं ही नहीं। वहां ये लोग कभी आंदोलन नहीं करते।