पाकिस्तान की खुली पोल, इस देश में तबाही मचाने की कर रहा तैयारी

11 सितंबर से पहले अमेरिकी फोर्सेज की वापसी होनी है, जिसके बाद अल-कायदा और तालिबान मिलकर अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जे के मंसूबे बांध रहे हैं और इनसब में उनका साथ पाकिस्तान दे रहा है।

मुख्यत: अफ़ग़ान और पाकिस्तानी लड़ाकों से तैयार की गईं अल-कायदा की नई टुकड़ियां तालिबान की पहचान लेकर अफ़ग़ानिस्तान के कंधार हेलमंड और निमरूज़ में घूम रहीं हैं और 11 सितंबर का इंतजार कर रही हैं। अफ़ग़ानिस्तान को फिर से झुलसाने के अल-कायदा के नापाक इरादों में उसका सबसे बड़ा साथी पाकिस्तान है।

बुधवार को आई इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि अमेरिका से शांति वार्ता कर रहा तालिबान दरअसल अल-कायदा से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। अल-कायदा नेतृत्व ने चुपचाप अफ़ग़ान-पाकिस्तान बॉर्डर पर पाकिस्तान के इलाके में छुपकर अमेरिकी फोर्सेज की वापसी का इंतज़ार कर रहा है।

अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी फोर्सेज की वापसी से पहले वहां की सुरक्षा पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की एक रिपोर्ट आई है, जिसने पाकिस्तान की पोल खोलकर रख दी है। इस रिपोर्ट में कश्मीर में शांति की बात करने वाला पाकिस्तान और अल-कायदा की सांठ-गांठ को उजागर किया गया है ।