दसवीं की पढ़ाई का तनाव लेकर दो छात्राओं ने दी जान

महाराष्ट्र के बुलढाणा में दसवीं की पढ़ाई का तनाव नहीं झेल पाने की वजह से तीन छात्राओं ने चूहे मारने की दवा खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। जिसमें दो छात्राओं की मौत हो गई और एक की हालत काफी गंभीर है। यह घटना खामगांव की है। पहले बताया गया कि पानी पुरी खाने से फूड पॉइजन होने से मौत हुई है, लेकिन पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि चूहे मारने की दवा खाने से दोनों छात्राओं की मौत हुई है। नयना सदाशिव शिंदे (16), निकिता अनिल रोहणकार (15) दोनों छात्राओं की मौत हुई है। साथ ही रुपाली किशोर उनवणे की हालत गंभीर बताई जा रही है।

तीनों लड़कियां नेशनल स्कूल में पढ़ती थीं। पुलिस ने इस मामले में जांच की तो पता चला कि निकीता, नयना और रुपाली तीनों दसवीं क्लास में थीं। तीनों का प्रैक्टिकल काफी कठिन गया था। जिसमें फेल होने का डर तीनों को सता रहा था। जिसके चलते बीते शुक्रवार को निकिता ने चूहे मारने की दवा खा ली, उसके बाद उसके बाकी दोनों लड़कियों ने भी जहर खा लिया।

उसके बाद तीनों को पानीपुरी खाने की इच्छा हुई और पानीपुरी खाने के बाद घर चली गईं। घर वापस जाने के बाद बेचैनी और उल्टी होने लगी। उसके बाद तुरंत इलाज के लिए भर्ती किया गया। रुपाली ने इलाज के दौरान सारी सच्चाई पुलिस को बताई।