जानिए इंदौर एयरपोर्ट ने पहली बार हासिल किया ये…

मध्य प्रदेश में इंदौर का देवी अहिल्याबाई होलकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट अगले वर्ष तक जीरो वेस्ट प्रोड्यूस का तमगा हासिल कर लेगा. प्रबंधन इसके लिए योजना बना रहा है.

ऐसा करने वाला इंदौर एयरपोर्ट प्रदेश का पहला एयरपोर्ट होगा. अभी इंदौर एयरपोर्ट प्लास्टिक फ्री है. इंदौर एयरपोर्ट पर केवल पानी की बोतल  खान-पान की वे वस्तुएं, जो कंपनी से ही प्लास्टिक पैकिंग में आती हैं, ला सकते हैं.  इसके अतिरिक्त  प्लास्टिक की बोतल को क्रश करने के लिए मशीन लगा दी गई है. प्लास्टिक की बोतल क्रश करने पर फूड काउंटर पर डिस्कांउट दिया जा रहा है. इसके अतिरिक्त फूड कांउटर से दिए खाने को भी इको फ्रेंडली प्लेट्स में दिया जा रहा है जबकि डस्टबिन में कचरा प्लास्टिक बैग की स्थान बायो बैग्स में डाला जा रहा है. वहीं बुधवार से सेनेटरी पैड के निपटान के लिए इंसीनेटर लगा दिए गए हैं.

नहीं जाएगा कोई कचरा बाहर : जानकारी के अनुसार इंदौर एयरपोर्ट से हर दिन करीब 550 किलो कचरा निकलता है. इसमें से 20 किलो कचरा गीला कचरा होता है. इसे एयरपोर्ट पर ही प्रोसेस कर इसकी खाद बना ली जाती है. इसे एयरपोर्ट कॉलोनी में उपयोग में लाया जाता है. बाकी कचरा ठोस कचरा होता है. पहले इसकी मात्रा कम थी लेकिन जब एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या बढ़ी तो कचरा भी बढ़ गया. अब अन्य सूखे कचरे के निपटान को लेकर भी योजना बना रहे हैं जिससे एयरपोर्ट से किसी तरह का कोई कचरा बाहर नहीं जाएगा. सारे कचरे को वहीं रिसाइकल कर दिया जाएगा. इसके लिए आवश्यकता पड़ने पर किसी व्यक्तिगत कंपनी की मदद भी ली जाएगी. संभवत: अगले वर्ष के प्रारंभ तक यह लक्ष्य पा लिया जाएगा.

कार्बन मैनेजमेंट सर्टिफाइड एयरपोर्ट बनाने की भी तैयारी : प्रबंधन अभी देश का पहला कार्बन मैनेजमेंट सर्टिफाइड एयरपोर्ट बनने की तैयारी कर रहा है. पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से यह जरूरी उपलब्धि होगी. दुनिया के लगभग सभी प्रमुख एयरपोर्ट को रैकिंग देने वाली एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) इसके लिए सर्टिफिकेट प्रदान करती है. हिंदुस्तानमें चार एयरपोर्ट को लेवल 1 का सर्टिफिकेट मिला है. कार्बन मैनेजमेंट सर्टिफाइड लेवल 3 कैटेगरी है.

पिछले पर्यावरण दिवस पर हमने प्लास्टिक फ्री होने का लक्ष्य निर्धारित किया था,जो प्राप्त कर लिया है. इस बार हमने जीरो वेस्ट प्रोड्यूस एयरपोर्ट बनने का लक्ष्यबनाया है. इसकी तैयारी कर रहे हैं.