गुस्से में आकर किसानों ने उठाया ये बड़ा कदम, आज रात बिगड़ सकते हालात

कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों और सरकार की बातचीत अब तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। इस बात पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को चिंता जताई है। हालांकि, सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि हमें उम्मीद है कि जल्द ही यह गतिरोध समाप्त होगा।

आपको बता दें, दिल्ली में हो रही बारिश की वजह से किसानों को बड़ी दिक्कतों कासामना रकरना पड़ रहा है इनके सामानों का नुकसान हो रहा है इस बीच यह भी ख़बर आई है कि किसान अपने सामानों की रक्षा के लिए जगह पक्का करने का इंतज़ाम कर रहे हैं।

किसान कुछ टेंट की जगहों को पक्का करेंगे। क्योंकी किसानों का कहना है कि सरकार जितनी तारीख़ देगी हम ख़ुद की उतनी ही व्यवस्था करेंगे। गौरतलब हो कि, किसानों ने 4 जनवरी को सरकार के साथ मीटिंग से पहले यह फैसला किया था कि अगर इसबार की बातचीत में कृषि कानून रद्द नहीं किया गया तो वह ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे।

दरअसल, किसानों ने आज ऐलान किया है कि वह 7 तारीख को ट्रैक्टर मार्च नकालेंगे। जो सुबह 11 बजे से शुरू की जाएगी। उन्होंने वताया कि 7 तारीख की सुबह 11 बजे से संघू बार्डर से ट्रैक्टर टिकरी की तरफ मार्च करेंगे। तो वहीं इसी वक्त टिकरी बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान सिंघू की तरफ ट्रैक्टर मार्च करेंगे।

किसानों के आंदेलन को आज 40 दिन से ऊपर हो गए हैं इन दिनों किसानों ऐर सरकार के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लकिन दोनों के बीच अब तक सहमती नही बन पाई है ऐसे में किसानों ने कृषि कीनून क विरोध करने का लिए ट्रैक्टर मार्च करने का ऐलान किया है।