केजरीवाल के चुनाव जीतने पर कुमार विश्वास ने किया ये काम, :’आवाज उठाने का …’

सबसे ज्यादा वाहवाही कुमार विश्वास को कश्मीर पर सुनाई कविता मेरे कश्मीर मेरी जान मेरे प्यारे चमन को मिली कुमार ने मंच से राष्ट्रीयता पर बोलते हुए कहा कि संविधान में सबको अपनी आवाज उठाने का हक है।

 

लेकिन जेएनयू में हमारे पैसे से पढ़ा एक व्यक्ति कैसे हजारों लोगों के सामने असम को भारत से काटने की बात करता है। कुमार ने कहा कि कैसे सामने बैठे लोगों का खून नहीं खौला, सामने बैठे आदमी यह क्यों नहीं कहते कि हम संविधान के अंतर्गत लड़ेंगे प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री से लड़ेंगे लेकिन भारत तोड़ने की बात करोगे तो तुझे यही तोड़ देंगे।

महात्मा गांधी पीजी कॉलेज का दो दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह में पहुंचे कवि डॉ. कुमार विश्वास ने गोरखपुर को प्रणाम किया।

गुरु गोरक्षनाथ को नमन किया प्रेम कवि के रूप में जहां कुमार विश्वास ने प्रेम से भरी रचनाएं सुनाई तो वही व्यंग बाण से भी राजनीतिक राजनेताओं भी अछूते नहीं रहे।

काव्य पाठ के दौरान सांसद रवि किशन भी मौजूद रहे। क्या कांग्रेस क्या आम आदमी और क्या भाजपा कुमार ने सब पर निशाना साधा तालियों की गड़गड़ाहट के बीच देशभक्ति की भी बात हुई।