किचन में रखा एक लोटा बदल देगा आपकी किस्मत, जानिए कैसे…

पानी गिराते समय गायत्री मन्त्र का उच्चारण करें। यह क्रिया शुक्ल पक्ष की रविवार से शुरू करें और रोजाना नियमित रूप से करें। यदि यह क्रिया रोजाना नहीं कर पाते हैं तो प्रत्येक रविवार के दिन अवश्य करे।

सूरज उगता हुआ होना चाहिए जिसको कि आप देख सकें. सूर्य लालिमा युक्त होना चाहिए। दूसरी जो ध्यान देने योग्य बात है वह ये है की जो पानी आप सूरज को अर्पित कर रहे हैं उस पानी के छीटें पैरों पर नहीं गिरने चाहिए।

सुबह सूरज निकलने से पहले उठें। रोज की कार्यों से निपट कर नहा लें। साफ कपडे पहन लें। एक लोटा पानी लें, उसमें एक चुटकी रोली डाल लें और थोड़ा सा गुड़ और लाल फूल डाल लें। इस पानी से उगते हुए सूरज को अग्र्य दें। अपने हाथों को सिर तक ले जाएं।

जब हम नियम और विश्वास के साथ एक लोटा जल लेकर उस जल के साथ खास तरह की क्रियाएं करते हैं तो इन क्रियाओं से हमारे जीवन में आने वाली परेशानियां दूर हो जाती हैं। हमारे जीवन में आने वाले दु:ख दूर हो जाते हैं। बीमारी ठीक हो जाती हैं। हमारे शारीरिक कष्ट दूर हो जाते हैं।