इस वजह ब्रिटेन की महिलाओं ने बच्चा पैदा करने से किया साफ़ इन्कार, अब नहीं बनायेंगी पुरुषो से…

ब्रिटेन में जलवायु परिवर्तन पर काम करने वाले एक ग्रुप ने बच्चा पैदा न​ही करने का फैसला लिया है।इस ग्रुप में शामिल महिलाओं ने कहा है,विश्व में जलवायु परिवर्तन गंभीर समस्या बनती जा रही है। उन्होने बताया कि इससे दुनिया में सूखे, अकाल, बाढ़ और ग्लोबल वार्मिंग का डर है। उन्होने ने बताया कि आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवन की गुणवता बेहतर बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है।

हाल ​ही में इस ग्रुप से जुडे 29 साल के कोडी हैरिसन ने कहा है कि,आप किसी और के जीवन के साथ खिलवाड नही कर सकते है। अगर चीजें ठीक नही होती है तोे,मनुष्य अपनाअच्छा जीवन नही बिता सकता है। इस ग्रुप के एक अन्य सदस्य लोरी डे ने बताया है कि,जब जलवायु परिवर्तन होता है तो कई चीजें बदलती है।इससें खाद्य उत्पादन और संसाधन प्रभावित होगे,जिससे युद्ध की सी स्थिति बन सकती है

जनसंख्या पर नियत्रंण रखने वाली चैरिटी का तर्क है कि,आबादी बढने के साथ—साथ कार्बन उत्सर्जन भी बढेगा और उष्णकटिबंधीय जंगलो में कमी आयेगी।युएन के मुताबिक 2030 तक पृथ्वी पर 8.5 बिलियन लोग होगे और 2100 तक यह आंकडा 11 बिलियन तक होने की उम्मीद है।

विश्व बैक के मुताबिक,वर्तमान में एक व्यक्ति अभी साल में औसत 5 टन कार्बन—डाइआॅक्साइड का उत्सर्जन करता है।वही एक अमेरिकन साल में औसत 15.6 मैट्रिक टन कार्बन का उत्सर्जन करता है। जबकि श्रीलंका और घाना एक मैट्रिक टन से भी कम का उत्सर्जन करते है। कॉसिंवेबल फ्युचर के संस्थापक मेगान कालमन का कहना है कि यदि हर कोई अमेरिकी की तरह कार्बन का उत्सर्जन करने लगे तो,रहने के लिए चार से छ: पृथ्वी की जरूरत पडेगी।