अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए एक तरफ जहां भाजपा मोर्चेबंदी में जुटी है, विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर कड़ी चुनौती पेश करने की प्रयास में जुटी हैं। हालांकि अब तक के दशा पर नजर डालें तो विपक्षी खेमे में एकजुटता के बजाय तोड़फोड़ जारी है। हाल ही में बसपा सुप्रीमो मायावती को पीएम बनाने के लिए विपक्षी पार्टियों को एकजुट होने का आह्वान करने वाली पार्टी में टूट के दशा बनते दिख रहे हैं। इनेलो में टूट की आसार की समाचार भाजपा को इसलिए राहत दे सकती है क्योंकि यह पार्टी हरियाणा में मुख्य विपक्षी है। इसके अतिरिक्त भाजपा ये संदेश देने की प्रयास करेगी की विपक्षी दल आपस में ही झगड़ रहे हैं।
इनेलो में टूट के आसार
इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला ने चौटाला परिवार में आपसी मनमुटाव की खबरों को तवज्जो न देते हुए बोला कि उनके भतीजे दुष्यंत व दिग्विजय उनके ‘अपने बच्चे’ हैं, लेकिन जोर दिया कि पार्टी के अनुशासन को खत्म करने पर कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, दिग्विजय ने शुक्रवार को भी बागी तेवर दिखाए। चौटाला परिवार में मनमुटाव गुरुवार को उस समय सामने आ गया जब इनेलो के अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला ने पार्टी की विद्यार्थी व युवा इकाइयों को खत्म कर दिया। इनका नेतृत्व क्रमश: दुष्यंत व दिग्विजय कर रहे थे।
अजय चौटाला के बेटे के बगावती सुर
अभय सिंह चौटाला ओमप्रकाश चौटाला के छोटे बेटे हैं। दुष्यंत व दिग्विजय अभय के बड़े भाई अजय सिंह चौटाला के बेटे हैं। अभय ने कहा, ‘दुष्यंत (और दिग्विजय) के साथ कोई मनमुटाव नहीं है, वे हमारे बच्चे हैं। ’ हालांकि उन्होंने कहा, ‘अनुशासन हमारी पार्टी की सबसे बड़ी ताकत है। अगर कोई भी उसका उल्लंघन करता है तो पार्टी कार्रवाई करेगी। ’
अभय ने चंडीगढ़ स्थित अपने घर पर मनमुटाव को लेकर सवालों के जवाब देने के लिए बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में बोला कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि क्या हिसार लोकसभा सीट से इनेलो के सांसद दुष्यंत को पार्टी से निकाल दिया गया है। इस बीच, दिग्विजय ने नई दिल्ली में दोहराया कि उनके दादा ओम प्रकाश चौटाला उस भारतीयनेशनल स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (इनसो) को खत्म नहीं कर सकते जिसके वह प्रमुख थे।
इनेलो की रैली में अभय के विरूद्ध हुई नारेबाजी
दिग्विजय ने कहा, ‘यूं तो इनसो वैचारिक तौर पर इनेलो से संबद्ध है, लेकिन यह सोसाइटी कानून के तहत एक अलग इकाई व एक पंजीकृत संगठन है। सिर्फ इसके संस्थापक – मेरे पिता अजय चौटाला – या इसकी कार्यकारिणी को इसके कामकाज के बारे में निर्णय करने का अधिकार है। ’
गोहाना में सात अक्टूबर को एक रैली में युवाओं के एक समूह ने कथित रूप से अभय के विरूद्ध नारेबाजी की व दुष्यंत के लिए तालियां बजायी थीं। इसके बाद इनेलो की इन दोनों इकाइयों को गुरुवार को खत्म कर दिया गया। गोहाना में रैली पूर्व उप पीएम देवी लाल की 105वीं जयंती के मौके पर आयोजित की गयी थी। अभय ने बोला कि विद्यार्थी व युवा इकाइयों से रैली का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए बोला गया था व ‘जब वे ऐसा करने में नाकाम रहे, तब चौटाला साहब ने कदम उठाया। ‘