लखनऊ के घंटाघर में कैब के खिलाफ धरने पर बैठी महिलाओ ने लॉकडाउन को देखते हुए उठाया ये कदम…

कोरोना वायरस के खौफ के कारण लखनऊ के घंटाघर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहा धरना प्रदर्शन खत्म हो गया है। कोरोना वायरस के कारण लखनऊ में लॉकडाउन है जिसे देखते हुए धरना अस्थाई तौर पर खत्म किया गया है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुलिस कमिश्नर सुजीत कुमार की अगुवाई में आला अधिकारियों का दल रविवार से ही आंदोलनकारी महिलाओं को समझाने में लगा था जिसका असर आज सुबह छह बजे दिखाई दिया जब महिलाओं ने धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम कोरोना के खतरे के टलने तक स्थगित करने की हामी भरी।

उन्होंने बताया कि आंदोलनकारी महिलाएं हालांकि अपना दुपट्टा धरना स्थल पर सांकेतिक विरोध के तौर पर छोड़ कर गई। पुलिस ने सभी महिलाओं को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचा दिया है।मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि कोरोना का असर खत्म होने के बाद वे दोबारा धरने पर बैठेंगी।

जनता कर्फ्यू के दौरान भी घंटाघर पर महिलाओं का प्रदर्शन जारी रहा था और प्रशासन के समझाने-बुझाने के बाद भी वे लोग धरना स्थल से हटने को तैयार हुए थे।