जानिये किस वजह से केजरीवाल ने अन्ना हजारे को नहीं बुलाया शपथ ग्रहण कार्यक्रम में

दिल्ली विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल रविवार को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. अरविंद केजरीवाल 16 फरवरी की सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इस भव्य कार्यक्रम के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. बड़ी खबर यह है कि केजरीवाल ने अन्ना हजारे को शपथ कार्यक्रम में नहीं बुलाया है.

तीसरी बार दिल्ली के सीएम पद के रूप में शपथ लेने जा रहे अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण पत्र के जरिए बुलावा भेजा गया है. लेकिन जिन अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल को सत्ता के शिखर पर पहुंचाया, उन्हें ही शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए नहीं बुलाया गया.

अन्ना हजारे से जब शपथ में आमंत्रण को लेकर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस बार कोई निमंत्रण नहीं मिला है. अन्ना हजारे के सचिव ने अरविंद केजरीवाल की जीत के बारे में जब अन्ना हजारे को जानकारी दी तो उन्होंने कागज पर लिखा ‘थेके आहे’ यानि ठीक है. वहीं जब सचिव उनसे कहा कि इस बारे में मीडिया आपकी प्रतिक्रिया चाहती है तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया.

बता दें कि निर्भया मामले में दोषियों को फांसी देने में हुई देरी के खिलाफ अन्ना हजारे पिछले 20 दिसंबर से मौनव्रत पर हैं. उन्होंने कहा था कि वह निर्भया के दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद ही यह मौन व्रत तोड़ेंगे. उनसे जब कोई टिप्पणी मांगी जाती है तो वह अपने सचिव के सामने कागज पर लिखकर अपनी प्रतिक्रिया देते हैं.

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की है. आप ने विधानसभा की 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की. जबकि भारतीय जनता पार्टी को मात्र 8 सीटों पर ही जीत नसीब हुई. साल 2015 के विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी.