WHO ने चीन को दिया ये बड़ा झटका, रातो – रात कर डाला ये…

डब्ल्यूएचओ के आपात निदेशक माइकल रयान ने मंगलवार की ब्रीफिंग में बताया कि समस्या वीजा मंजूरी के कारण थी। उन्‍होंने कहा, “हम भरोसा करते हैं और हमें उम्मीद है कि यह सिर्फ (तर्कपूर्ण) और नौकरशाही का मुद्दा है, जिसे बहुत जल्दी हल किया जा सकता है।”

 

टेड्रोस ने कहा, “आज हमें पता चला है कि चीनी अधिकारियों ने टीम को चीन में आगमन के लिए आवश्यक अनुमति को अंतिम रूप नहीं दिया है। मैं इस खबर से बहुत निराश हूं, यह देखते हुए कि दो सदस्यों ने अपनी यात्रा शुरू कर दी थी और अन्य अंतिम समय में यात्रा करने जा रहे थे।”

उन्होंने कहा कि वह स्पष्ट करने के लिए वरिष्ठ चीनी अधिकारियों के संपर्क में थे कि मिशन डब्ल्यूएचओ और अंतर्राष्ट्रीय टीम के लिए प्राथमिकता है। टेड्रोस ने कहा, “मुझे आश्वासन दिया गया है कि चीन जल्द से जल्द तैनाती के लिए आंतरिक प्रक्रिया को तेज कर रहा है।” मिशन बेहद संवेदनशील था और न ही डब्ल्यूएचओ और न ही चीन ने अब तक पुष्टि की थी, यह शुरू होने वाला था।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने महामारी को “चीन वायरस” कहा था। लेकिन बीजिंग ने अब तक प्रकोप के शुरुआती दिनों में पूर्ण स्वतंत्र जांच का विरोध किया है।

WHO ने इसकी जांच करने के लिए बीजिंग एक टीम भेजने का निर्णय किया था, जोकि यह पता लगाती कि किस तरह से यह वायरस जानवर से इंसानों में फैला था। लेकिन डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि टीम को बीजिंग में प्रवेश करने से रोक दिया गया।

बीजिंग को वायरस की मूल उत्‍पति के लिए दोषी माना जाता है, जिसने अब तक 1.8 मिलियन से अधिक लोगों को मार डाला है और दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं को बर्बाद कर दिया है।

कोरोना वायरस का पहला मामला मध्य चीनी शहर वुहान में 2019 के अंत में दर्ज किया गया था। चीनी अधिकारियों ने इसको चुपचाप दबाने की कोशिश की, लेकिन इसके बाद यह चीन से निकलकर दुनिया में फैल गया था।

कोरोना को लेकर चीन की वकालत करने वाले विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेबियस को जिनपिंग ने झटका देते हुए देश में कोविड-19 वायरस महामारी की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए WHO की टीम को देश में प्रवेश करने से रोक दिया है।

डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेबियस ने कहा कि टीम को अंतिम समय में देश में प्रवेश करने से रोक दिया गया, जोकि काफी निराशाजनक है। महीनों की वार्ता के बाद इस सप्ताह चीन में 10 टीम आने वाली थी।