दिल्ली में अभी – अभी हुआ ये, भागते नजर आए लोग

दिल्ली क्राइम ब्रांच की एसआईटी और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल की संयुक्त जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ है कि ये 60 अकाउंट 22 फरवरी को खोले गए थे.

 

जो 26 फरवरी तक सिर्फ चार दिन ही एक्टिव रहे। इसके बाद इन्हें बंद कर दिया गया। इससे यह शक बढ़ जाता है कि इन अकाउंट को दंगे के दौरान भड़काऊ सामग्री अपलोड करने के लिए ही खोला गया था।

ये अकाउंट तकरीबन एक ही इलाके से और एक ही ग्रुप के द्वारा खोले गए थे। ऐसे में इसकी भी जांच की जा रही है कि आखिरकार इस साजिश में कौन-कौन शामिल थे।

यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि इसके पीछे भी कुछ और लोग हैं, जिन्होंने पर्दे के पीछे रहते हुए सोशल मीडिया का ऐसा इस्तेमाल किया।

एसआईटी ने दिल्लीवासियों से भी अपील की है कि मीडिया के अलावा आम नागरिक हिन्सा जांच में मदद करें। जिनके पास जो तस्वीर, वीडियो फुटेज या अन्य सबूत हो वह पुलिस को मुहैया कराएं।

तस्वीरें और वीडियो फुटेज उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले के डीसीपी के सीलमपुर स्थित कार्यालय में जमा कराने को कहा गया है। सबूत पुलिस के हवाले करने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी।

दिल्ली हिन्सा मामले की जांच में जुटी एसआईटी ने सनसनीखेज खुलासा किया है। एसआईटी ने बताया कि सिर्फ चार दिन के लिए सोशल मीडिया के सौ से ज्यादा एकाउन्ट खोले गए थे.

जिनमें विवादित पोस्ट अपलोड किए गए थे। इसके अलावा अनेक अकाउंट पहले से काम कर रहे थे और लगातार लोगों को भड़काने में लगे हुए थे।