कोरोना वायरस के चलते इन जानवरों को दफनाया जिंदा, सामने आया ये विडियो

पोल्‍ट्री फार्म चलाने वाले किसान नजीर अहमद मकंदर ने बताया कि मुर्गियां की कीमत में कोरोना वायरस के कारण इतनी ज्यादा गिरावट आई की हमें यह कदम उठाना पड़ा.

 

पहले चिकन की कीमत 50 से 70 रुपये किलो थी जो अब केवल 5 से 10 रुपये किलो रह गई है.कर्नाटक के बेलागवी और कोलार जिले के मुर्गी पालक किसान ने अपने फार्म की 6000 हजार मुर्गियों को जिंदा दफन कर दिया.

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के फैलने के बाद से ऐसी अफवाहें सामने आ रही हैं कि चिकन खाने से भी कोरोना वायरस के फैलने का खतरा है. जिसके बाद से बाजार में भारी मंदी देखी गई. नजीर ने मुर्गियों को दफन करते हुए वीडियो भी बनाया.

गौरतलब है कि कर्नाटक में कोरोना वायरस से पहली मौत का मामला सामने आया है. 76 साल का बुजुर्ग व्यक्ति सऊदी अरब से लौटा था जिसकी भारत में संक्रमण से मौत हुई.

राज्य सरकार ने गुरुवार को बताया कि इस व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदेह था, जिस कारण उसका इलाज चल रहा था.

मौत से पहले लिए गए उसके सैंपल की जांच में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है. वहीं, भारत में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या 75 पहुंच गई है.

कोरोना वायरस  के कारण दुनिया में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग इससे संक्रमित हैं. बढ़ते संक्रमण के कारण चिकन की कीमतों में भी भारी गिरावट आ रही है.

चिकन की घटती कीमतों के कारण कर्नाटक (Karnataka) के बेलागवी और कोलार जिले में मुर्गी पालन करने वाले किसानों ने अपने फार्म की हजारों मुर्गियों और उनके चूजों को जिंदा जमीन में दफन कर दिया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.