घास पर नंगे पैर चलना आपके स्वस्थ के लिए इस तरह होता है फायदेमंद

घास पर नंगे पैर चलना आपकी हेल्थ के लिए बहुत लाभकारी भी है जब हम नंगे पैर चलते हैं तो हमारी स्कीन सीधे पृथ्वी के सम्पर्क में आती है व पृथ्वी में उपस्थित पॉजिटिव एनर्जी हमारी बॉडी में उपस्थित नेगेटिव एनर्जी को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं जो हमारी हेल्थ के लिए कई तरह से बेहतर होता है. घास पर नंगे पैर चलने के दौरान, आपके पैरों पर प्रेशर एक्टिव हो जाता है व आपके बॉडी को एनर्जी देता है व साथ ही आपकी हेल्‍थ में सुधार करता है. विशेषज्ञ घास पर सुबह-सुबह नंगे पांव चलने की सलाह देते हैं क्योंकि यह इम्‍यूनिटी व आंखों की लाइट भी बढ़ाता है. यहीं नहीं, अगर आप घास पर नंगे पांव चलते हैं तो आपकी स्त्रियों की बॉडी को कई हेल्‍थ बेनिफिट्स होते हैं.

सबसे बड़ा लाभ ये है कीघास पर नंगे पैर चलने से पैर के विशिष्ट एक्यूपंक्चर पॉइन्‍ट उत्तेजित होते हैं जो हमारी नर्वस को उत्तेजित करने में हेल्‍प करते है, जिससे हमारे नर्वस सिस्‍टम में सुधार होता है.रेगुलर नंगे पैर घास पर चलने से वैरिकोज वेन्‍स के कारण दर्द, विशेष रूप से डायबिटीज के रोगियों के बीच, घटाया जा सकता है.

इसके अतिरिक्त हार्मोन के असंतुलन से कई मानसिक व शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं. स्त्रियों में प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम से मूड-स्विंग्स, पेट में दर्द, सिरदर्द, वजन बढ़ना, कब्ज, मुंहासे व कुछ अन्य लक्षण हो सकते हैं. घास पर नंगे पैर चलना इन लक्षणों में से कुछ को कम करने में हेल्‍प कर सकता है.

और सबसे जरुरी बात ये की जैसेनींद न आना, जिसे अनिद्रा भी बोला जाता है, एक स्‍लीपिंग डिसऑर्डर है औरअगर आपको सोने में कठिनाई होती है या रात में नींद बार-बार खुल जाती है तो आपको घास पर नंगे पांव चलना प्रारम्भ करना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि घास पर नंगे पैर चलने से अनिद्रा का उपचार होने कि सम्भावना है. ऐसा करना गहरी व आरामदायक नींद को प्रेरित करता है. पृथ्वी की सतह के साथ शारीरिक सम्पर्क होने से बॉडी में तनाव हार्मोन के लेवल को कम करने में मदद करता है व अच्‍छी नींद पाने में हेल्‍प मिलती है. जब हम नंगे पांव चलते हैं तो हमारा स्‍ट्रेस लेवल अपने आप नीचे आ जाता है, क्योंकि पैरों की नर्वस उत्तेजित होते हैं, जिससे तनाव दूर होता है. व जब आपका तनाव कम होता है, आपका ब्‍लड प्रेशर भी कंट्रोल हो जाता है