तीस हजारी कोर्ट में 2 नवंबर को पुलिस और वकीलों की बीच हुई हिंसक झड़प

तीस हजारी कोर्ट में 2 नवंबर को पुलिस और वकीलों की बीच हुई हिंसक झड़प का मामला अभी थमा नहीं है. पुलिस के प्रदर्शन के बाद वकीलों का हंगामा जारी है. इस बीच दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने घायल कॉन्स्टेबलों से मुलाकात की. वो कॉन्स्टेबल शोभित और संदीप से उनके घर पर मिले और हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इसके अलावा पटनायक ने उन 16 अफसरों से भी कार्यालय में मुलाकात की, जिन्हें कुछ चोटें आईं थी. पुलिस आयुक्त ने उनसे अपना मनोबल ऊंचा रखने को कहा.

बता दें कि दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में 2 नवंबर को पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इसमें पुरानी दिल्ली कोतवाली के एसएचओ को 10 टांके लगे थे. वहीं, एक कांस्टेबल गंभीर रूप से घायल हो गया था. वकीलों ने जब पुलिस पर हमला किया तो सभी पुलिस वाले खुद को बचाने के लिए अदालत के लॉकअप की तरफ भागे और सबने खुद को अंदर बंद कर लिया था. इस घटना के बाद पुलिसवालों ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया था. अपनी मांगों लेकर करीब 10 घंटे तक सैकड़ों पुलिस जवान धरने पर रहे थे.

पुलिस आयुक्त ने लिखा था लेटर

इस घटना के बाद पुलिस आयुक्त ने एक लेटर लिखा था. उन्होंने लिखा, ‘मैंने कल आपसे अपील की थी कि हमारी चिंता के लिए नागरिकों में सहानुभूति की भावना है और उसे ध्यान में रखते हुए हमें अनुशासन कायम रखना चाहिए. मुझे गर्व और खुशी है कि आप सबने इस जरूरी भावना को समझा और अपनी-अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद हो गए. पुनर्विचार याचिका के जरिए हमने हाई कोर्ट में जो मुद्दा उठाया था, उसमें भी हमें न्यायोचित राहत मिली है और इस विषय में हम मुनासिब कोशिशें जारी रखेंगे.’

किस पर गिरी गाज?

तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प मामले में स्पेशल सीपी संजय सिंह और एडिशनल डीसीपी हरेंद्र कुमार का तबादला कर दिया गया है. इन दोनों को दिल्ली कोर्ट के आदेश पर हटाया गया है. स्पेशल सीपी (नार्थ) लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह का तबादला लाइसेंसिंग और ट्रांसपोर्ट विभाग में कर दिया गया है, जबकि एडिशनल डीसीपी हरेंद्र कुमार (नार्थ) का तबादला रेलवे विभाग में किया गया है. इनके अलावा एक और पुलिस अफसर दिनेश कुमार गुप्ता का भी तबादला कर दिया गया है.

क्यों भिड़े थे पुलिस-वकील?

शनिवार को तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकील भिड़ गए थे. दोनों के बीच मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी. जिसके बाद वकीलों ने पुलिस जीप समेत कई वाहनों को आग लगा दी थी और तोड़फोड़ की थी. आपको बता दें कि तीस हजारी कोर्ट के लॉकअप में जब एक वकील को पुलिस जवानों ने अंदर जाने से रोका था. उसी के बाद कहासुनी बढ़ गई थी और दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए थे.