विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा उत्तर प्रदेश, इस खिलाड़ी ने बनाया रिकॉर्ड

उत्तर प्रदेश की टीम ने पिछली बार 2004-05 सत्र में फाइनल में जगह बनाई थी और फाइनल टाई रहने के बाद तमिलनाडु के साथ ट्रॉफी साझा की थी. उत्तर प्रदेश के कप्तान करण ने जीत के बाद अपने गेंदबाजों की तारीफ की.

 

उन्होंने कहा, ”शुरुआत में गेंद तेजी से आ रही थी और ऐसे में विकेट पर गेंद करना चाहते थे और आसान गेंद नहीं फेंकना चाहते थे. हम अपनी योजना पर डटे रहे और इससे हमें सफलता मिली.”

इसके जवाब में उत्तर प्रदेश की टीम ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए अक्षदीप की 104 गेंद में 71 रन की पारी की बदौलत 42.4 ओवर में पांच विकेट पर 188 रन बनाकर जीत दर्ज की. अक्षदीप ने अपनी पारी में आठ चौके मारे.

फॉर्म में चल रहे उपेंद्र यादव ने 25 गेंद में नाबाद 31 रन की पारी खेलकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचायाॉ. दिल्ली के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 112 रन की पारी खेलने वाले यादव उस समय क्रीज पर उतरे जब उत्तर प्रदेश की टीम ने कप्तान करण शर्मा (38) और अक्षदीप के विकेट जल्दी-जल्दी गंवा दिए. यादव ने एक छोर संभाले रखा और अपनी पारी में एक छक्का और तीन चौके जड़ते हुए 44 गेंद शेष रहते टीम को जीत दिला दी.

अक्षदीप नाथ ने किफायती गेंदबाजी करने के बाद अर्धशतक जड़ा जिससे उत्तर प्रदेश ने गुजरात को पांच विकेट से हराकर 16 साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी एकदिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई. रविवार को फिरोजशाह कोटला में होने वाले फाइनल में उत्तर प्रदेश का सामना मुंबई से होगा.

गुजरात ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन उसका शीर्ष क्रम चरमरा गया और उत्तर प्रदेश की सटीक गेंदबाजी के सामने पूरी टीम 48.1 ओवर में 184 रन पर ढेर हो गई. तेज गेंदबाजों यश दयाल और आकिब खान ने क्रमश: तीन और दो विकेट चटकाए. अक्षदीप ने छह ओवर में 29 रन देकर एक विकेट हासिल कियाॉ.