इंटरनेशनल क्रिकेट में मिताली राज ने पूरे किए 10000 रन, हिंदुस्तान का झंडा किया बुलंद

महिला क्रिकेट की इंटरनेशनल पिच पर बेशक इन दोनों खिलाड़ियों ने ही सिर्फ 10000 रन का आंकड़ा पार किया है. लेकिन, इन दोनों के बीच 3 बहुत ही स्पेशल समानताएं है. पहली समानता ये कि इन दोनों ने ही साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली वनडे सीरीज के तीसरे मैच में ये कमाल किया.

दूसरी समानता कि दोनों ने ही जब 10000 रन बनाए तो साउथ अफ्रीका की खिलाड़ी लौरा वोल्वार्ट डेब्यू कर रहीं थी. इंग्लैंड की एडवर्ड्स ने जब 10000 रन पूरे किए थे तो वो लौरा की डेब्यू सीरीज थी और जब मिताली ने 10000 रन पूरे किए तो लौरा का कप्तानी में डेब्यू है. इसके अलावा तीसरी समानता ये है कि दोनों ने ही अपने 10000 रन चौके के साथ पूरे किए.

इंटरनेशनल क्रिकेट में 10000 रन पूरे करने वाली मिताली राज दूसरी महिला बल्लेबाज हैं. उन्होंने ये कमाल अपने 311वें इंटरनेशनल मैच में किया है. इस दौरान उन्होंने 75 अर्धशतक और 8 शतक जमाए हैं.

मिताली से पहले महिला क्रिकेट में ये कमाल इंग्लैंड की चार्लोट एडवर्ड्स ने साल 2016 में किया था. एडवर्ड्स के 309 मैचों में 10273 रन हैं. उन्होंने 67 अर्धशतक और 13 शतक जमाए थे.

खैर, भारत की महिला क्रिकेट की इस सुपरस्टार खिलाड़ी ने अब एक बड़े मुकाम को छू लिया है. वो रनों के एवरेस्ट पर तो थी ही. लेकिन, आज उसमें में भी एक नया उछाल लिया है.

मिताली राज ने अब इंटरनेशनल क्रिकेट में 10000 रन पूरे कर लिए हैं. ये कामयाबी उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ चल रही वनडे सीरीज के तीसरे मैच में मिली. मिताली राज ने 50 गेंदों में 5 चौकों की मदद से 36 रन की पारी खेली और इसी के साथ बड़ी उपलब्धि भी हासिल की.

महिला क्रिकेट में 2 दशकों से मिताली का राज है. भारत की इस स्टार बल्लेबाज में 1999 में डेब्यू करने के बाद से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उसने ओपनिंग की तो चमक बिखेरी, कप्तानी में हिंदुस्तान का झंडा बुलंद किया, और, अब जब मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी कर रही है.

तो भी उसके नाम का डंका बज रहा है. कहने का मतलब ये है कि मिताली नाम तो बस एक क्रिकेटर का है, पर इसे तजुर्बा इतना है कि जब चाहे, जहां चाहे भुना लो. बड़े- बड़े विरोधियों के सामने मुश्किल में फंसी टीम की नैया को पार कैसे लगाना है, मिताली को बखूबी आता है.