उत्तराखंंड में दो दिन से हो रही बर्फबारी , टूटा 23 सालों का रिकॉर्ड

उत्तराखंंड में दो दिन से हो रही बर्फबारी ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, वहीं इसका सीधा फायदा नैनीझील को भी हुआ है। मात्र 24 घंटों में नैनीझील के जलस्तर में ढाई इंच की बढ़ोत्तरी हुई है।

यह साल 1999 के बाद से फरवरी में नैनीझील का सर्वाधिक जलस्तर है। उस समय झील का जलस्तर दस फीट था, शुक्रवार को यह नौ फीट एक इंच रहा।

जब नैनीताल की सारी बर्फ पिघलेगी तो झील के जलस्तर में और अधिक वृद्धि की उम्मीद है। विशेषज्ञों ने बर्फबारी को नैनीझील की सेहत के लिए काफी बेहतर बताया है। वर्ष 2016 व 2017 के फरवरी माह में नैनीझील का जलस्तर शून्य पर पहुंच गया था। इसके बाद नैनीताल में पर्यटन गतिविधियों के साथ ही स्थानीय लोगों की दैनिक जलापूर्ति में भी कटौती करनी पड़ी थी।

झील नियंत्रण कक्ष प्रभारी रमेश सिंह का कहना है कि बीते 24 घंटे में बर्फबारी से झील को ढाई इंच पानी मिला। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता नीरज तिवारी ने बताया कि नगर के अलग-अलग स्थानों पर गिरी 6 से 8 इंच बर्फ और ऊंचाई में एक से लगभग डेढ़ फीट की बर्फ से झील के जलस्रोत पुनर्जीवित होंगे।