उत्तर प्रदेश: कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए योगी सरकार ने कसी कमर, शुरू की ये तैयारी

इन प्रयासों के लिए WHO ने भी योगी सरकार को सराहा। अब योगी सरकार राज्य की स्थिति पहले से सुधरने पर तीसरी लहर से लड़ने के लिए पहले से खुद को तैयार कर रही है। इस दौरान सबसे ज्यादा ध्यान वैक्सीनेशन पर दिया जा रहा है।

राज्य प्रशासन का कहना है कि 18 से 44 साल के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान पहले 8 सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में चलाया गया। बाद में ये 11 डिविजनल हेडक्वार्टर में हुआ। अब 17 मई से इसकी शुरुआत 23 डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर में हुई है।

बता दें कि इस समय राज्य में 1,63,003 एक्टिव केस हैं। 16 मई तक 24 हजार से ज्यादा संक्रमित रिकवर हुए और 308 ने इस संक्रमण के कारण अपनी जान गँवाई। धीरे-धीरे पॉजिटिव अनुपात गिर रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया था कि राज्य तीसरी लहर से लड़ने के लिए खुद को तैयार कर रहा है। पिछले 15 दिनों के अंदर 1.45 लाख एक्टिव केस कम हुए हैं। इसके अलावा अब राज्य में ढाई से तीन लाख टेस्ट हो सकते हैं।

राज्य में संक्रमितों को लेकर ऐसा प्रत्यक्ष बदलाव योगी सरकार की प्रतिबद्धता के कारण देखने को मिला। उन्होंने स्थिति सुधार के लिए Team-09 का गठन किया। इस टीम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर गाँव-गाँव जाकर संक्रमण को रोकने के लिए सक्रियता से काम किया।

ग्रामीण इलाकों में टेस्टिंग बढ़ाई गई। लक्षण वाले लोगों को चेक करके मेडिकल किट दी गई। वैक्सीनेशन का काम तेजी से हुआ। इसके अतिरिक्त हर ग्राम पंचायत में निगरानी समिति बनाई गई, जिन्होंने स्वच्छता को बढ़ावा दिया। सफाई कर्मचारी नियुक्त किए गए ताकि गाँवों में लगातार सफाई, फॉगिंग आदि हो सके।

उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 2200 एंबुलेंस तैयार किए हैं। ये एंबुलेंस महिलाओं और बच्चों के लिए रिजर्व होंगी। सरकार की प्राथमिकता ग्रामीण क्षेत्र और राज्य में टेस्टिंग बढ़ाना है। इसके अलावा दूसरी लहर की रोकथाम के लिए योगी सरकार ने 24 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान भी किया है।

शुरुआत में कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप से उत्तर प्रदेश भी अछूता नहीं था। आए दिन 30 हजार के लगभग केस आ रहे थे। लेकिन योगी सरकार ने राज्य की स्थिति को सुधारने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

नतीजन 1 मई को संक्रमण दर 11% तक आ गई, जबकि 30 अप्रैल तक ये 25 % के आसपास थी। इसी तारीख को राज्य में सबसे ज्यादा कोरोना केस (3,10,783) सामने आए थे।

तीसरी लहर में बच्चे और महिलाओं के ज्यादा संक्रमित होने की आशंका है। लिहाजा यूपी के हर जिले में एंबुलेंस के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का असर कम होने के साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने तीसरी लहर से निपटने की तैयारियाँ शुरू कर दी है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि तीसरी लहर में बच्चे और महिलाएँ ज्यादा संक्रमित हो सकते हैं। लिहाजा राज्य सरकार ने पहले ही हर जिले में महिलाओं और बच्चों के लिए एंबुलेंस के पुख्ता इंतजाम कर दिए हैं।