ये सभी पोषक तत्व रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और ऑक्सीडेटिव तनाव को रोकते हैं। जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।
चने में मैग्नीशियम और फोलेट की अच्छी मात्रा होती है। फोलेट होमोसिस्टीन के स्तर को कम करता है जिससे प्लाक गठन, रक्त थक्के, दिल के दौ और स्ट्रोक आदि की संभावनाओं को कम किया जा सकता है।
देशी चना न्यूट्रिएंट्स के मामले में बादाम जैसे महंगे ड्राय फ्रूट्स से ज्यादा फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में चने की दाल और चने को शरीर के लिए स्वास्थवर्धक बताया गया है।
चने के सेवन से कई रोग ठीक हो जाते हैं। भिगोए हुए चने में प्रोटीन, फाइबर, मिनरल और विटामिन्स खूब होते हैं जो कई बीमारियों से बचाव के साथ-साथ हेल्दी रहने में भी हेल्पफुल होते हैं।
चना शरीर को बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है। साथ ही यह दिमाग को तेज और चेहरे को सुंदर बनाता है। चने के सबसे अधिक फायदे इन्हे अंकुरित करके खाने से होते है। आइये इससे जुड़े और भी कई फायदों के बारे में जानते हैं।