यूपी से हमेशा के लिए खत्म हो जायेगा ये , योगी सरकार करने जा रही ऐसा…

 भारत सरकार के जल जीवन मिशन के तहत राज्य सरकार बुंदेलखंड में करीब 2185 करोड़ रुपये की लागत से 12 परियोजनाओं पर काम कर रही है।
गत जून में शुरू हुई हर घर नल योजना के जरिए योगी सरकार बुंदेलखंड में ग्रामीण क्षेत्र की लगभग 67 लाख की आबादी को घर में स्वच्छ पेय जल उपलब्ध कराने में जुटी है.
प्रवक्ता ने बताया कि इसका सबसे ज्यादा फायदा इन इलाकों की महिलाओं को होगा, जो पीने के लिए दूर-दूर से पानी लेकर आती हैं ।  झांसी, ललितपुर और महोबा को पहले चरण में रख कर योगी सरकार हर घर जल योजना पर काम कर रही है। योजना पर झांसी समेत ललितपुर और महोबा में तेजी काम चल रहा है ।
पाइप लाइन बिछाने के साथ ही नदियों और डैमों के पानी को स्वच्छ करने की योजना पर भी काम शुरू हो गया है । झांसी में 1627.94 करोड़ की लागत वाली 10 योजनाएं नदी के पानी पर आधारित होंगी ।
ललितपुर में 1623.47 करोड़ की लागत वाली 16 सरफेस वाटर रिसोर्स और 12 भूजल (ग्राउंड वाटर) आधारित पाइप पेयजल योजनाएं होंगी । वहीं महोबा में 1219.74 करोड़ की लागत से 364 गांवों तक पानी पहुंचाया जाएगा ।
नमामि गंगे विभाग ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। तीसरे चरण की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया गया है। चैथे चरण के लिए भी सर्वे का काम लगभग पूरा कर लिया गया है।
राज्य सरकार ने इन इलाकों में युद्ध स्तर पर पानी सप्लाई व्यवस्था शुरू करने के निर्देश अफसरों को दिए हैं। तीसरे चरण पूर्वांचल और मध्य यूपी के कई बड़े जिलों को शामिल किया गया है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश में चल रही हर घर नल योजना को चार चरणों में पूरा किया जाना है। पहला चरण बुंदेलखंड में, दूसरा विंध्य क्षेत्र में शुरू हो चुका है।
तीसरे चरण में जापानी इंसेफेलाइटिस व दिमागी बुखार से पीड़ित क्षेत्र और चैथे में फ्लोराइड और आर्सेनिक ग्रसित गंगा तटीय क्षेत्र में पानी सप्लाई पहुंचाने का काम होना है।
जापानी इंसेफलाइटिस और दिमागी बुखार का खौफ यूपी में हमेशा के लिए खत्म होगा। योगी सरकार फ्लोराइड और आर्सेनिक से होने वाली बीमारियों के ताबूत में आखिरी कील ठोंकने की तैयारी में है।
राज्य सरकार ने हर घर नल योजना के तीसरे और चैथे चरण की तैयारी शुरू कर दी है। तीसरे और चैथे चरण में राज्य सरकार जापानी इंसेफलाइटिस और दिमागी बुखार के लिए चिन्हित इलाकों के साथ ही फ्लोराइड और आर्सेनिक वाले क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल सप्लाई करेगी।