यूपी चुनाव: कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव से मारपीट, जानिए पूरा मामला

वीआईपी ग्रस्ट हाउस में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्य नरायन पटेल के साथ अभद्रता एवं मारपीट व हमला करना कांग्रेस जिलाध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों को महंगा पड़ गया। पार्टी अनुशासन समिति ने जिलाध्यक्ष अनुज कुमार सिंह समेत पार्टी के चार नेताओं को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे अनुज कुमार सिंह ने सारे आरोपों को निराधार बताया है। जिले में कांग्रेस के टिकट को लेकर कई गुट सक्रिय थे। इसे लेकर काफी दिनों तक गहमागहमी का माहौल था। कांग्रेस ने जिले के सभी विधानसभाओं बलरामपुर से बविता आर्या, उतरौला से धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू, तुलसीपुर से दीपेन्द्र सिंह दीपांकर व गैसड़ी से डा. इस्तियाक अहमद खां को अपना प्रत्याशी बनाया है।

बताया जाता है कि जिला कांग्रेस कमेटी घोषित किए गए प्रत्याशियों से संतुष्ट नहीं थी। यही कारण था कि जब शुक्रवार को श्रावस्ती स्थित वीआईवी गेस्ट हाउस में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्य नरायन पटेल पार्टी कार्यकर्ताओं, आवेदकों और प्रत्याशियों के साथ अलग-अलग विचार विमर्श कर रहे थे। इसी दौरान बलरामपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुज कुमार सिंह अपने साथियों के साथ वहां पर पहुंच गए।

कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष श्याम किशोर शुक्ला का कहना है कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने राष्ट्रीय सचिव के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उनके ऊपर हमला किया, साथ ही मारपीट की। यह घटना घोर अनुशासन हीनता में आती है। इसे दृष्टिगत रखते हुए बलरामपुर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अनुज कुमार सिंह जिला उपाध्यक्ष अख्तर हुसैन, जिला महासचिव विनय मिश्रा तथा सेवादल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दीपक मिश्रा को तत्काल प्रभाव से पार्टी से छह साल के निस्काशित कर दिया गया है।

वहीं दूसरी ओर कांगे्रस जिलाध्यक्ष रहे अनुज कुमार सिं ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातची के दौरान कहा कि उनके ऊपर लगाए सारे आरोप निराधार हैं। उन्होंने ऐसी कोई अनुशासन हीनता नहीं की है। टिकट बंटवारे को लेकर कार्यकर्ताओं में थोड़ी बहुत नारजगी जरूर थी।