यूक्रेन के शरणार्थियों के लिए यूके ने किया ऐसा, अब तक लगभग 30 लाख लोग कर चुके पलायन

यूक्रेन में रूस का हमला शुरू होने के बाद अब तक लगभग 30 लाख लोग पलायन कर चुके हैं। यहां से भागे हुए लोगों को शरण देने के लिए यूके ने एक योजना शुरू की है जिसका नाम है ‘होम्स फॉर यूक्रेन।’  इस योजना के तहत लोग 6 महीने तक यूक्रेन के लोगों को अपने घरों में शरण दे सकते हैं। एक ही सप्ताह में 1.5 लाख से ज्यादा लोगों ने ऑफर दिया है।

इस योजना का एक ही उद्देश्य है, यूक्रेन से विस्थापित लोगों को सुरक्षित जगह उपलब्ध करवाना। हालांकि 16 शरणार्थी संगठनों और एंटी ट्रैफिकिंग ऑर्गनाइजेशन ने इसको लेकर चेतावनी दी है। यूके के कम्युनिटी सेक्रटरी को लिखे एक पत्र में कहा गया है कि यह सेक्स ट्रैफिकर्स के लिए एक मौका साबित हो रहा है। अपराधी महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाने लगे हैं।

इन संगठनों का कहना है कि यह स्कीम टिंडर ऐप की तरह हो गई है जहां लोग शरण देने के लिए स्वाइप लेफ्ट और स्वाइप राइट का उपयोग करते हैं। ज्यादातर लोगों का कहना है कि उन्हें एक सिंगल वुमन की जरूरत है जो कि उनके बच्चों का ध्यान रख सके।  एक संगठन की चीफ ने कहा, हमें डर है कहीं इस योजना की वजह से सेक्स ट्रैफिकिंग न शुर हो जाए। हम बहुत सारे ऐसे लोगों को जानते हैं जो कि गैरकानूनी काम के लिए सोशल मीडिया पर प्रचार कर रहे हैं।

रिफ्यूजी संगठनों ने कहा है कि इस काम में सरकार को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए ताकि यूक्रेन से आने वाले लोग गलत हाथों में न पड़ जाएं। यूके सरकार की तरफ से कहा गया है कि शरणार्थियों को बिना प्रॉपर जांच के वीजा नहीं दिया जा रहा है। इसी तरह हर होस्ट की भी पूरी जांच की जाएगाी।  इसके अलावा इस योजना के तहत यूक्रेन के लोगों को फ्री स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।