उन्होंने कहा कि सैन्य परेड में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. इस पूरे घटनाक्रम पर दक्षिण कोरिया और अमेरिका की खुफिया एजेंसियां नजदीकी से निगरानी कर रही हैं. बताया जा रहा है कि उत्तर कोरिया में सरकारी अखबार भी अभी प्रकाशित नहीं हुआ है.
माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया अपने घातक हथियारों को छिपाना चाहता है ताकि दुनियाभर को इसकी सटीक जानकारी न मिल सके. पूरे कार्यक्रम को कितना सीक्रेट रखा गया था कि इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि विदेशी राजनयिकों को भी परेड में नहीं जाने दिया गया.
सूत्रों के हवाले से बताया कि उन्हें रातभर उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के ऊपर फाइटर जेट के उड़ने की जानकारी मिली है. उनके साथ ड्रोन विमान और घातक हथियार भी दिखाई दिए.
उन्होंने बताया कि शुक्रवार (Friday) की देर रात और शनिवार (Saturday) की अल सुबह तक जोरदार आतिशबाजी हुई. दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टॉफ ने शनिवार (Saturday) को कहा कि ऐसा लगता है कि उत्तर कोरिया ने पहले ही सैन्य परेड का आयोजन कर लिया है.
सनकी तानाशाह के देश उत्तर कोरिया के बहुचर्चित सैन्य परेड का बेसब्री से इंतजार कर रहे दुनियाभर के लोगों को बड़ा झटका लगता दिख रहा है. द.कोरिया की मीडिया (Media) में आई खबरों में कहा गया है .
उत्तर कोरिया की सैन्य परेड पहले ही संपन्न हो चुकी है. सूत्रों के मुताबिक तानाशाह ने शनिवार (Saturday) की अलसुबह ही सैन्य परेड का आयोजन पूरा कर लिया है. इस मध्यरात्रि से सुबह दो बजे के बीच अंजाम दिया गया.