UAE-इजरायल के बीच हुआ …सऊदी अरब ने दिया …कहा-पहले करो…

यूएई-इजरायल के बीच इस डील के बाद से सऊदी अरब ने खामोशी भरा रुख अख्तियार किया था। कुछ स्थानीय अधिकारियों ने इस बात के संकेत दिए थे कि सऊदी अरब अरब ऐसी कोई भी डील नहीं करेगा, भले ही उस पर अमेरिका कोई दबाव क्यों ना डाले। जर्मनी में अपने समकक्ष हेईको मास के साथ एक कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने वाले प्रिंस फैजल ने इजरायल को लेकर अपनी बात रखी।

बता दें की, UAE और इजरायल के बीच एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है और इस एक समझौते के बाद 72 सालों से दो विरोधी देश अब एक दूसरे के दोस्त बन गए हैं। इन दोनों देशों के बीच समझौते में अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप का बहुत बड़ा हांथ है उन्हीं के प्रयासों से इजरायल और UAE ने ऐतिहासिक समझौते पर हस्‍ताक्षर किया है।

UAE-इजरायल के बीच हुए समझौते को लेकर सऊदी अरब ने अब बयान दिया है। सऊदी अरब का कहना है कि, उसका इजरायल के साथ किसी भी तरह से कोई रिश्ता रखने का अभी कोई इरादा नहीं है।

सऊदी अरब ने कहा कि इजरायल के साथ कोई रिश्ता तभी संभव होगा जब फिलीस्तीनियों के साथ इजरायल शांति समझौता करेगा। सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैजल बिन फरहाद ने बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय समझौते में यह बात कहा है।

गौरतलब है की, ईरान भी इस रिश्ते के खिलाफ है। ईरान के राष्ट्रपति ने UAE और इजरायल के समझौते पर कहा की, “संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने (इज़रायल के साथ संधि कर) बहुत बड़ी गलती की है, यह एक विश्वासघाती कृत्य है आशा करते हैं कि उन्हें अपनी गलती का अहसास होगा और वे ये गलत रास्ता छोड़ देंगे।” उन्होंने आगे कहा, यूएई ने अपने देश, अपने लोगों, मुसलमानों और अरब दुनिया को धोखा दिया है।”