Turkish President Recep Tayyip Erdogan (R) and Pakistani Prime Minister Imran Khan (L) shake hands after a joint press conference at the Presidential Complex in Ankara, on January 4, 2019. (Photo by ADEM ALTAN / AFP) (Photo credit should read ADEM ALTAN/AFP/Getty Images)

भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले तुर्की-पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका, अमेरिका ने किया ऐसा…

तुर्की को S-400 मिसाइल सिस्टम रूस से खरीदना पड़ा क्योंकि अमेरिका ने अपना पेट्रियाट मिसाइल डिफेंस सिस्टम सही शर्तों पर नहीं दिया था. तुर्की के एस-400 खरीदने के बाद अमेरिका ने उस पर प्रतिबंध लगा दिया है.

तुर्की एरोस्पेस इंडस्ट्रीज (TAI) ने यूरोपीय फर्म अगस्ता वेस्टलैंड के साथ मिलकर ATAK T-129 हेलीकॉप्टर तैयार किया है. यह हेलीकॉप्टर अत्याधुनिक तकनीक से लैस है और हर तरह के मौसम में कारगर है. यह हेलीकॉप्टर दिन-रात किसी भी परिस्थिति में काम कर सकता है.

अमेरिका ने जुलाई, 2019 में पहली बार रोक लगाई थी. यह रोक वॉशिंगटन में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाली बैठक से ठीक पहले लगाई गई थी. अमेरिका ने अब जो रोक लगाई है, उससे तुर्की और पाकिस्तान के बीच हुई डील रद्द हो सकती है और इस्लामाबाद को नए विकल्प तलाशने होंगे.

ATAK T-129 एक दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है. इसके इंजन अमेरिकी कंपनी के हैं. यह विमान हर मौसम में लड़ने में सक्षम है. अमेरिकी इंजन की वजह से इस विमान के निर्यात से पहले मंजूरी लेनी होती है.

हालांकि कालिन ने दावा किया है कि इस रोक से अमेरिका को ज्यादा नुकसान होगा. तुर्की पाकिस्तान का पुराना दोस्त माना जाता है. जुलाई 2018 में दोनों देशों के बीच तुर्की में बने हेलीकॉप्टर को लेकर 1.5 अरब डॉलर की डील हुई थी. मगर पेंटागन ने तुर्की की कंपनी को इंजन के लिए निर्यात लाइसेंस नहीं दिया, जिससे डिलिवरी की तारीख आगे बढ़ गई.

पाकिस्तान और उसके ‘आका’ तुर्की को अमेरिका ने बड़ा झटका दिया है. अमेरिका ने तुर्की में बने 30 लड़ाकू हेलीकॉप्टर्स को पाकिस्तान को देने से रोक दिया है. पाक मीडिया ‘Dawn’ ने वॉशिंगटन स्थित अपने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है.

मीडिया खबरों के अनुसार तुर्की के राष्ट्रपति के प्रवक्ता इब्राहिम कालिन ने सोमवार को बताया कि अमेरिका ने तुर्की के हेलीकॉप्टर पाकिस्तान को बेचने से रोक दिया है. अब ऐसे में इस्लामाबाद को चीन से हेलीकॉप्टर्स खरीदने होंगे.