टीम का कप्तान बनने की प्रक्रिया पर पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा ,” मुझे लगता है कि इसका बहुत बड़ा कारण यह है कि लंबे समय तक मैं एम एस धोनी की देखरेख में खेला। ऐसा नहीं है कि उनके जाते ही चयनकर्ताओं ने मुझसे कहा कि चलो अब तुम कप्तान हो।”
उन्होंने कहा ,” जो कप्तान है, वह जिम्मेदारी लेता है और कहता है कि यह अगला कप्तान हो सकता है और मैं आपको बताऊंगा कि यह कैसे उस दिशा में बढ रहा है। इसके बाद धीरे धीरे जिम्मेदारी लेने की ओर बढा जाता है।”
वह कहते रहते थे कि ये कर सकते हो, वो कर सकते हो। तुम्हे क्या लगता है। कई चीजों पर बात होती थी। धीरे धीरे उन्हें लगा कि मैं उनके बाद कप्तानी कर सकता हूं।”
कोहली ने कहा ,” मुझे लगता है कि उनकी भूमिका बड़ी रही। छह सात साल में विश्वास बना। यह रातोंरात नहीं होता।” उन्होंने कहा ,” मैं हमेशा उनके बगल में खड़ा होता था।
अपने साथी खिलाड़ी आर अश्विन के साथ इंस्टाग्राम चैट में कोहली ने कहा कि वह हमेशा से जिम्मेदारी लेना चाहते थे और भारतीय टीम का कप्तान बनना उस प्रक्रिया का हिस्सा था।
विराट कोहली ने शनिवार को कहा कि उनके कप्तान बनने का एक बड़ा कारण यह भी है कि छह साल साल तक वह महेंद्र सिंह धोनी की देखरेख में खेले।