तेजस्वी यादव एक में कई रैलियां यू ही नहीं करते। इसके लिए पूरी तैयारियां की जाती है। तेजस्वी को कई ार रैली स्थल से हैलीपैड तक दौड़ते हुए जाते भी देखा गया है। एक बार तो तेजस्वी मंच से ही कूद कर हैलीपैट की तरह भाग गए।
बाद में बताया गया कि समय कम था तो तेजस्वी ने ऐसा किया। मंच से भाषण के दौरान भी तेजस्वी अक्सर कहते हैं उन्हें अभी कई और जगह जाना है, समय कम है।
तेजस्वी ने अपने पिता के जिस रिकॉर्ड को तोड़ा है, उसका जिक्र करते हुए आरजेडी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा है, ‘बिहार में नौकरी का आंदोलन खड़ा करने वाले क्रांतिकारी युवा नेता तेजस्वी याद ने आज अपने पिता का रिकॉर्ड तोड़ते हुए इतिहास में पहली बार एक दिन में 19 चुनावी रैलियां की। सभी सभाओं में भारी जनसैलाब उमड़ा। महागठबंधन दूसरे चरण में एनडीए का सफाया करने जा रहा है।’
बिहार चुनाव में तेजस्वी यादव पूरी तरह से रंग में है। महागठबंधन की चुनावी रैली में जुट रही भीड़ देख कर विपक्षी नेता अपनी जीत का दावा करने लगे है तो वहीं तेजस्वी ने रैलियों की संख्या बढ़ा दी है।
पहले वह एक दिन में 12 से 14 रैली कर रहे थे, तो दूसरे चरण में आते-आते यह संख्या 16 पार गई है। शनिवार को तेजस्वी ने एक दिन में 19 रैली की।
इसी के साथ उन्होंने अपने पिता और आरजेडी प्रमुख लालू यादव का एक दिन में रैली करने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। लालू ने एक दिन में सबसे अधिक 16 रैली की थी। अब आरजेडी की तरह से यह रिकॉर्ड तेजस्वी के खाते में जुट गया है।