भारत और चीन सीमा पर तनाव का इस दक्षिण कोरियाई कंपनी ने उठाया जमकर फायदा…

भारत और चीन सीमा पर तनाव के कारण चीन और चीनी वस्तुओं के खिलाफ सोशल मीडिया पर व्यापक मुहिम छिड़ी हुई है। बॉयकॉट चाइनीज ब्रांड्स के ट्रेंड लगातार जारी हैं।

इस साल की दूसरी तिमाही में चीनी स्मार्टफोन ब्रांडों की हिस्सेदारी पहली तिमाही में 81 प्रतिशत से 72 प्रतिशत तक गिर गई थी। हालांकि विशेषज्ञ अभी इसे बहुत ज्यादा असरदार नही मानते हैं क्योंकि चाइनीज स्मार्टफोन का भारतीय बाजार में ओवरऑल दबदबा अभी भी कायम है।

पूरे भारतीय हैंडसेट बाजार, जिसमें फीचर फोन भी शामिल हैं, को देखा जाए तो साल 2020 की तीसरी तिमाही में 8 फीसदी की वृद्धि की। बाजार में फीचर फोन ने भी 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। जिनमें सैमसंग ओर लावा के बाद चीनी फोन Itel का दबदबा बना हुआ है।

दूसरी तरफ शाओमी के मार्केट शेयर में 3 पर्सेंट की गिरावट आई है और अब वह 23 पर्सेंट पर ठहर गई है। बीते साल कंपनी 26 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ पहले नंबर पर थी। हालांकि मार्केट शेयर में भले ही सैमसंग नंबर वन पर है, लेकिन टॉप 5 प्लेयर्स में अब भी चीन की ही 4 कंपनियां शामिल हैं।

शाओमी 23 पर्सेंट के साथ दूसरे नंबर पर है जबकि Vivo का मार्केट शेयर भी 16 पर्सेंट बना हुआ है। इसके अलावा रियलमी 15 पर्सेंट के साथ चौथे स्थान पर है और 10 फीसदी मार्केट हिस्सेदारी के साथ 5वें नंबर पर है। इन सभी को जोड़ लिया जाए तो अब भी स्मार्टफोन मार्केट में 64 पर्सेंट हिस्सेदारी चीनी कंपनियों की ही है।