कंगाल पाकिस्तान करने जा राह ये नया काम, अब विकसित करेगा…

‘सीडीए की स्थापना (Establishment in Pakistan) ना केवल ड्रोन पर किसी कानून की अनुपस्थिति के कारण मौजूद खाली जगह को भरेगी बल्कि देश की ड्रोन तकनीक और निर्माण में भी मख्य भूमिका निभाएगी.’

प्रधानमंत्री ने कहा है कि सीडीए की स्थापना के लिए कानूनी प्रक्रिया को ‘प्राथमिकता के आधार’ पर पूरा किया जाना चाहिए. इसे कैबिनेट में मंजूरी के बाद संसद में पेश किया जाना चाहिए.

इमरान खान के हवाले से कहा गया है, ‘ड्रोन तकनीक के प्रभावी इस्तेमाल से संसाधन के उपयोग और सेवा वितरण में सुधार करने में मदद मिलेगी.’ इस कमिटी की अध्यक्षता एविएशन डिवीजन के सचिव करेंगे.

ये प्राधिकरण पाकिस्तान में मानव रहित एयरक्राफ्ट सिस्टम (Unmanned Aircraft System) को नियंत्रित करेगा. बयान के अनुसार, सीडीए उन मामलों पर भी फैसला लेगा जो ड्रोन के लिए लाइसेंस, आयात, निर्माण, जांच और परमिट जारी करने संबंधित होंगे.

सीडीए की जिम्मेदारी में ड्रोन निर्माण, संचालन, प्रशिक्षण, खोज और विकास से जुड़े मानकों को विकसित करना भी शामिल है. बयान में कहा गया है, ‘सीडीए के पास ये शक्ति होगी कि वह जुर्माना लगा सके, लाइसेंस रद्द कर सके और मुकदमा चला सके.’

पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने सिविल ड्रोन अथॉरिटी (Civil Drone Authority) यानी सीडीए के गठन को मंजूरी दे दी है. उनके कार्यालय ने इस बात की जानकारी दी है.

ये फैसला इस्लामाबाद में हुई अधिकारियों की एक बैठक के बाद लिया गया है. बयान में कहा गया है कि प्राधिकरण पाकिस्तान में ड्रोन (Drone Technique in Pakistan) तकनीक के विकास और नियंत्रण को सुविधाजनक बनाने के लिए एक संस्थागत तंत्र स्थापित करेगा.

बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वाणिज्यिक, अनुसंधान, विकास, कृषि और अन्य शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए ड्रोन तकनीक में रोजगार देना समय की आवश्यकता है.