महिलाओं के पहनावे पर अब इस नेता ने कही ये बात, सुनकर लोगो में मचा हडकंप

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बारासात निर्वाचन क्षेत्र में एक पार्टी मीटिंग से अलग हटकर मीडिया से बातचीत के दौरान चक्रबर्ती ने यह बयान दिया.

जब चक्रबर्ती से यह पूछा गया कि क्या वे 2012 में महिलाओं के पहनावे पर दिए गए अपने बयान पर कायम हैं, तो उन्होंने कहा, “मैं महिलाओं के लिए कोई ड्रेस कोड जारी नहीं कर रहा हूं. लेकिन जैसा कि आप लोगों (रिपोर्टर्स) ने पूछा है, तो मैं सिर्फ अपना सुझाव दे रहा हूं. मौके को देखते हुए किसी महिला को ड्रेस पहनना चाहिए.”

उन्होंने कहा, “एक महिला को किसी अंत्येष्टि कार्यक्रम में और एक डिस्कोथेक में अलग-अलग ड्रेस पहननी चाहिए. इसी तरह से भीड़भाड़ वाली ट्रेन में महिलाओं को जो ड्रेस पहननी चाहिए, वह किसी पार्टी के पहनावे से बिल्कुल अलग हो सकती है.”

बारासात से वर्तमान विधायक चिरनजीत चक्रबर्ती ने दावा किया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में महिलाएं सुरक्षित हैं. चक्रबर्ती के इस बयान के बाद भाजपा ने बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी पर जमकर हल्ला बोला.

अभिनेता और भाजपा नेता लोकेत चटर्जी ने कहा, “चक्रबर्ती की टिप्पणी महिलाओं के पहनावे की आजादी पर हमला है. सभी महिलाएं जानती हैं कि उन्हें किस मौके पर कौन-सी ड्रेस पहननी है.”

चिरनजीत का यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि कुछ ही दिन पहले उत्तराखंड के नव-नियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत यह कहकर आलोचनाओं के घेरे में आ गए थे कि फटी जींस पहनने वाली महिलाएं खराब उदाहरण पेश करती हैं.

बीते 16 मार्च को बच्चों को नशे जैसी बुरी विकृतियों से दूर करने को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रावत ने कहा था कि संस्कारों के अभाव में युवा अजीबोगरीब फैशन करने लगे हैं और घुटनों पर फटी जींस पहनकर खुद को बड़े बाप का बेटा समझते हैं.

उन्होंने कहा कि ऐसे फैशन में लड़कियां भी पीछे नहीं हैं. रावत ने कहा था कि फटी जींस के जरिए माता-पिता अपने बच्चों के सामने ‘खराब उदाहरण’ पेश कर रहे हैं.

अभिनेता से तृणमूल कांग्रेस के विधायक बने चिरनजीत चक्रबर्ती ने शुक्रवार को यह सलाह देकर विवाद खड़ा कर दिया कि महिलाओं को कपड़े पहनते वक्त अपने आसपास के माहौल को ध्यान में रखना चाहिए.

हालांकि चक्रबर्ती ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि यह उनका सिर्फ एक ‘सुझाव’ है ना कि कोई आदेश. फिर भी भाजपा को इस बयान के जरिए तृणमूल पर निशाना साधना का एक मौका मिल गया और उसने उस पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि महिलाओं को यह अधिकार है कि उन्हें क्या पहनना है.