चीन को सबक सिखाने के लिए भारत उठाया ये बड़ा कदम, लगाया ये…

इसके बाद चीन से इम्पोर्ट होने वाले स्टील और फाइबर ग्लास मेजरिंग टेप पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाई गई। यह ड्यूटी पहली दफा 9 जुलाई 2015 को पांच वर्षों के लिए लगाई गई थी। अब उसे आने वाले पांच वर्ष के लिए वापस बढ़ा दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेड रेमिडीज (DGTR) की जांच शाखा ने चीन इम्पोर्ट पर टैक्स जारी रखने की सिफारिश की थी।
DGTR अपनी जांच रिपोर्ट में कहा कि चीन इन सामान को निरंतर हिंदुस्तानीय बाजार में डंपिंग कर रहा है। डंपिंग की वजह से कीमतें बेहद कम होती हैं। यदि इन पर ड्यूटी नहीं लगाई गई तो इनको हिंदुस्तानीय बाजार में पाट दिया जाएगा। चीन के इन सस्ते माल से हिंदुस्तानीय मैन्युफैक्चरर्स को बचाने के लिए एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाने का निर्णय लिया गया है।

चीनी इम्पोर्ट पर नकेल कसने के लिए हिंदुस्तान ने एक बार फिर सख्ती दर्शाई है। चीन से इम्पोर्ट होने वाले कुछ मेजरिंग टेप और पार्ट्स एवं कम्पोनेंट पर पांच वर्ष के लिए एंटी डंपिंग ड्यूटी लगा दी गई है। इससे देश में सस्ते चीनी माल की भरमार पर लगाम लग सकेगी।

बता दें कि हाल में हिंदुस्तान-चीन बॉर्डर पर हुस खुनी संघर्ष में हमारे देश के 20 वीर जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद से ही देश में चीन के विरूद्ध आक्रोश है।

चीनी माल के बहिष्कार की मुहीम चल रही है और सरकार भी कई तरह से चीनी इम्पोर्ट पर नकेल कसने की कोशिश कर रही है। चीनी इम्पोर्ट और निवेश के मामले में सरकार लगातार सख्ती दिखा रही है।