सबसे पहले बात करते हैं, देश की दिग्गज ई-कमार्स कंपनियों की। Flipkart में चीन की स्टीडव्यू कैपिटल और Tencent Holdings ने 30 करोड़ डॉलर तक का निवेश किया है।
Big Basket ब्रांड नाम से ग्रॉसरी से जुड़े ई-कॉमर्स पोर्टल का परिचालन करने वाली इनोवेटिव रिटेल कॉन्सेप्ट्स प्राइवेट लिमिटेड में अलीबाबा ग्रुप ने बड़ा निवेश कर रखा है।
Paytm.com में अलीबाबा समूह ने 40 करोड़ डॉलर तक का निवेश किया हुआ है। Ola का में Tencent Holdings, और भी कई चीनी कंपनियों ने निवेश किया कर रखा है।
अब बात अगर होटल की जाये तो Oyo में भी चीनी कंपनियों ने निवेश कर रखा है। ओयो में Didi Chuxing और चाइना लॉजिंग ग्रुप का इंवेस्टमेंट है।
तो वहीं, Zomato में भी Alibaba Group ने निवेश किया है। भारतीय बाजार पर चीन ने बुरी तरह से कब्जा जमा रखा है। फिर चाहे वो शॉपिंग करने वाली वेबसाइट हो या फिर खाना ऑर्डर करने के लिए फेमस कंपनी Zomato।
चीन को सबक सिखाने के लिए भारतीयों ने चीनी सामानों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। लोग अब कोशिश कर रहे हैं कि वो चीन का बना कोई भी सामान न खरीदें।
भारत सरकार ने भी चीनी वस्तुओं के आयात को कम करने के लिए कई तरह के कदम उठाए हैं। इन सबके बावजूद चीन का बहिष्कार कर पाना उतना आसान नहीं, जितना की लग रहा है।
क्योंकि भारत की अर्थव्यवस्था में चीन की जड़ें काफी मजबूत हैं। भारत की प्रमुख स्टार्टअप कंपनियों में चीनी कंपनियों की ओर से बड़ा निवेश किया गया है। चीन ने बड़ी से बड़ी कंपनियों से लेकर छोटी से छोटी कंपनियों तक में निवेश कर रखा है।