आंदोलन कर रहे किसानों के खिलाफ पुलिस ने लिया ये बड़ा एक्शन , शुरू किया…

केंद्र सरकार के साथ 10 दौर की बातचीत होने के बाद भी किसानों और सरकार के बीच कोई सहमति नहीं बनी है। किसानों का आरोप है कि केंद्र सरकार उद्योगपतियों पर दया दिखा रही है।

 

बता दें किसान पहले भी कई भारत बंद बुला चुके हैं। ऐसे में एक बार फिर से किसानों ने सरकार को अपनी ताकत दिखाने के लिए 26 मार्च को भारत बंद बुलाया है।

बता दें दिसम्बर-जनवरी की कड़ाकेदार सर्दी सड़कों पर गुजार देने वाले किसानों को हौंसला जब भी नहीं टूटा था। जब केंद्र सरकार ने इनकी राह में नुकीली कांटे के तार बिछा दिए थे।

अब यह लोग खुद के संसाधनों से 20,000-25,000 रुपए जोड़कर कच्चा माल मंगा रहे हैं और खुद ही अपने लिए हाइवे पर ही अस्थायी आशियाना बना रहे हैं।

बता दें कुछ किसानों का कहना है कि अभी गर्भी का मौसम आ गया है। इस मौसम में किसानों को गेंहू की फसल काटने के लिए टैक्ट्रर ट्राली की आवश्यकता पड़ती है। मजबूरी में अब उन्हें ट्रैक्टर वापस घर भेजना पड़ेगा। इसलिए भी वह अपने लिए इन मकानों को तैयार कर रहे हैं।

हरियाणा राष्ट्रीय राजमार्ग से किसान आंदोलन के समय कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि किसान अब आंदोलन को गर्मियों में चलाने के लिए सड़क पर ही पक्के निर्माण कर रहे हैं।

बता दें सिंघू बाॉर्डर के नजदीक कुछ किसानों ने पक्की दीवार के साथ ही हाइवे पर बोरवेल भी खोद दी है। पुलिस ने इसकी सूचना मिलने पर किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।