चीन से निपटने के लिए भारत के साथ तैयार हुआ ये देश, भेज रहा खतरनाक मिसाइल

आला अधिकारी का कहना था कि चीन की तरह भारत देश के बाहर समुद्र में किसी तरह के सैन्य अड्डा बनाने की इच्छा नहीं रखता. भारतीय सेना और जापानी सेल्फ-डिफेन्स फोर्सेस के बीच के इससे संबंधित करार पर रक्षा सचिव अजय कुमार और जापान के राजदूत सुज़ुकी सतोशी ने दस्तख़त किए हैं.

अख़बार के अनुसार गुरुवार को एक आला अधिकारी ने बताया कि भारत ब्रिटेन और रूस के साथ भी इसी तरह के सहयोग के लिए बातचीत आगे बढ़ा रहा है और हो सकता है कि इस साल के आख़िर तक रूस के साथ किसी सहमति पर पहुंचा जा सके.

इससे पहले अमरीका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर के साथ इस इलाक़े में सैन्य सहयोग बढ़ाने को लेकर भारत करार कर चुका है.

इसके बाद अब भारत-प्रशांत इलाक़े में दोनों देशों के बीच एक दूसरे के युद्धपोतों और विमानों के लिए सैन्य सहयोग बढ़ाया जाएगा. जापान ऐसा छठा देश है जिसके साथ इस तरह के सैन्य सहयोग के लिए भारत ने करार किया है.

ख़बर के अनुसार हिंद महासागर में अपनी रणनीतिक पहुंच बढ़ाने के लिए और भारत-प्रशांत इलाक़े में चीन के प्रभुत्व बढ़ाने की कोशिशों से निपटने के लिए भारत और जापान के बीच अहम सहमति बन गई है.