इस देश में नहीं फैला कोरोना वायरस , जानकर उड़े लोगो के होश

आपको बता दें कि चीन के इस पड़ोसी देश ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के सभी आरोप गलत साबित कर दिए. ताइवान में सरकार कुशल प्रशासन और नागरिकों की सजगता ने कोरोना वायरस को पैर पसारने का मौका नहीं दिया.

 

WHO ने भविष्यवाणी की थी कि दुनिया में चीन के बाद कोरोना से दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित देश ताइवान होगा लेकिन आज 440 मामले और सिर्फ छह मौत से ड्रैगन के इस पड़ोसी ने भविष्यवाणी को बिल्कुल गलत साबित कर दिया.

विशिष्ट बात ये है कि ताइवान के लोगों और मीडिया का कहना है कि देश में कोरोना वायरस को मात देने में उपराष्ट्रपति डॉ. चेन चिएन जेन की निष्ठा और मेहनत सबसे कारगर रही. बताया जाता है डॉ. जेन महामारी विशेषज्ञ भी हैं और उन्होंने कोरोना वायरस के भयावह स्वरूप को दिसम्बर में ही भांप लिया था.

कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में जो तबाही हुई उसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के तथ्यहीन और बेबुनियाद अनुमानों का भी कम योगदान नहीं है.

चीन के पापों को छिपाने के चक्कर में WHO अपना आंचल ही कलंकित कर लिया. जब चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण से लोग मर रहे थे तब ये संगठन तर्कहीन अनुमान लगाकर दुनिया को भ्रमित कर रहा था.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा था कि चीन में कोरोना वायरस से जितनी तबाही हुई थी उससे कई गुना अधिक हाहाकार उसके पड़ोसी देश ताइवान में होगा. लेकिन ताइवान ने WHO के सभी अनुमानों को गलत साबित कर दिया.