अमेरिका के एयरक्राफ्ट पर इस देश ने दागी मिसाइल, कर रहा डराने-धमकाने की कोशिश

अमेरिकी कमांडर रेबेका रेब्रिच ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘हम ईरान के डमी एयरक्राफ्ट कैरियर पर हमला करने और अभ्यास से अवगत हैं.

 

अमेरिकी नौसेना जहां समुद्री सुरक्षा के लिए अपने सहयोगियों के साथ मिलकर अभ्यास करती है वहीं ईरान डराने-धमकाने के मकसद से आक्रामक अभ्यास करता है.’

अमेरिकी सेना ने कहा, ईरान के बैलेस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद यूएई और कतर में अमेरिकी सेना को अलर्ट पर कर दिया गया. बहरीन में तैनात अमेरिकी नौसेना ने भी ईरान के अमेरिकी एयरक्राफ्ट के मॉडल का इस्तेमाल करने की आलोचना की है.

ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी ने सरकारी चैनल पर कहा, आज वायु और नौसेना के स्तर पर अभ्यास में जो दिखाया गया, वो सुरक्षात्मक नहीं बल्कि आक्रामक नजरिए से किया गया था.

मॉक ड्रिल में अमेरिकी एयरक्राफ्ट से मिलता-जुलता डमी और उसके नजदीक फाइटर जेट दिखाए गए. उसके बाद हर तरफ से टारगेट पर मिसाइलें लॉन्च की गईं. हेलिकॉप्टर से दागी गई एक मिसाइल ने नकली युद्धपोत को निशाना बनाया.

ईरान ने ये अभ्यास ऐसे वक्त में किया है जब ईरान और अमेरिका के बीच तनाव चरम पर है. इस ड्रिल को पैगंबर मोहम्मद-14 नाम दिया गया था अमेरिकी नेवी ने ईरान के इस बर्ताव को गैर-जिम्मेदाराना और दुस्साहस भरा बताते हुए आलोचना की है. अमेरिकी नौसेना ने कहा कि ये ईरान की डराने-धमकाने की कोशिश है.और इसे सरकारी टीवी पर प्रसारित भी किया गया.

अमेरिकी नेवी ने ईरान के इस बर्ताव को गैर-जिम्मेदाराना और दुस्साहस भरा बताते हुए आलोचना की है. अमेरिकी नौसेना ने कहा कि ये ईरान की डराने-धमकाने की कोशिश है.

ईरान ने होर्मूज स्ट्रेट में डमी अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर को मिसाइल से उड़ा दिया. ईरान की ये मॉक ड्रिल इतनी खतरनाक थी कि अमेरिकी सेना को अपने दो बेस अलर्ट पर करने पड़े. ईरान की इस कार्रवाई को अमेरिका को सख्त संदेश देने के तौर पर देखा जा रहा है.