इस देश ने ढूंढ निकाली कोरोना की दवा, अब तक 60 मरीजों पर किया टेस्ट

कोरोना वायरस आपके फेफड़ों को संक्रमित करता है. इसके दो मूल लक्षण होते हैं बुख़ार और सूखी खांसी. कई बार इसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में भी दिक्कत पेश आती है.

 

कोरोना के कारण होने वाली खांसी आम खांसी नहीं होती. इस कारण लगातार खांसी हो सकती है यानी आपको एक घंटे या फिर उससे अधिक वक्त तक लगातार खांसी हो सकती है और 24 घंटों के भीतर कम से कम तीन बार इस तरह के दौरे पड़ सकते हैं. लेकिन अगर आपको खांसी में बलग़म आता है तो ये चिंता की बात हो सकती है.

डॉ. आलम ने के अनुसार उनकी टीम ने इन दोनों दवा का इस्तेमाल सिर्फ कोरोना मरीजों के लिए किया. उनके अनुसार दवा इतनी प्रभावी रही कि बीमार मरीज 4 दिन में ठीक हो गए.

इतना ही नहीं मरीजों के आधे लक्षण 3 दिन में ही गायब हो गए थे. साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि दवा का कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला. उनके अनुसार दवा के प्रभावी होने को लेकर 100 फीसदी उम्मीद हैं.

बता दें कि बांग्लादेश में कोरोना के 22 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 325 से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी हैं.देश के प्रमुख प्राइवेट संस्थान बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉ. मोहम्मद तारेक आलम ने कहा के अनुसार पहले से मौजूद दो दवाओं का कॉम्बिनेशन इस्तेमाल किया गया.

उनके मुताबिक कोरोना के 60 मरीजों को दवाओं का कॉम्बिनेशन दिया गया तो सभी मरीज ठीक हो गए. उन्होंने बताया कि मरीजों को Ivermectin और Doxycycline नाम की दवा दी गईं. Doxycycline एंटीबायोटिक है, जबकि Ivermectin दवा Antiprotozoal मेडिसिन के तौर पर यूज की जाती है.

इस समय दुनियाभर में कोरोना वायरस की दवा को लेकर शोध किए जा रहे हैं. इसी बीच बांग्लादेश की एक मेडिकल टीम ने दवा की खोज को लेकर सफलता का दावा किया है.

जानकारी के मुताबिक दो दवाओं के कॉम्बिनेश से कोरोना मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं. बांग्लादेश की जिस मेडिकल टीम ने दवा ढूंढने का दावा किया है उसमें देश के जाने-माने फिजिशियन शामिल हैं.