लॉकडाउन के चलते संभोग वर्कर का हुआ ये हाल, जानकर लोग हुए हैरान

वहीं उत्तर-पूर्वी ब्राजील की 44 वर्ष की एल्बा तवरेज का बोलना है, ‘आप खाली सड़कें, बंद दुकानें व गिरती हुई अर्थव्यवस्था देख सकते हैं।

 

मैं अब वेश्यावृत्ति की उस दौड़ में नहीं हूं लेकिन हां, मैं अब भी ये कार्य करती हूं। यहां अब बहुत कम ग्राहक हैं। ‘ इसी के साथ आपको यह भी बता दें कि ब्राजील में भय व पक्षपात की वजह से कई ट्रांसजेंडर देह व्यापार करने पर विवश हैं लेकिन उनके लिए ये राह सरल नहीं है।

इस बारे में एल्बा तवरेज का बोलना है, ‘यहां सिर्फ वही जिंदा रह सकता है जो मजबूत हो व मैं बहुत निर्बल हूं। गरीब व ट्रांसजेडर होना मुझे व निर्बल बना देता है। हालांकि अगर मैं गरीब ना भी होती लेकिन ट्रांस रहती तब भी ये भेदभाव जारी रहता। ‘

वहीं Covid-19 की चुनौती का सामना कर रही एल्बा ने कहा, ‘हमें सरकार की तरफ से थोड़ी बहुत मदद मिल रही है पर वो बहुत ज्यादा नहीं है। यहां क्राइम व करप्शन बेहद है व इन्हें रोकने के लिए सरकार के कोशिश बहुत कम हैं। ‘

उनका बोलना है, ‘यह वास्तव में कठिन है क्योंकि सड़क पर लगभग कोई नहीं है मैं एक संभोग वर्कर हूं व यह मेरे लिए बहुत भयानक है।

ग्राहक की तलाश में मैं अब भी बाहर जाती हूं क्योंकि अगर मैं अपने कार्य पर नहीं गई तो मैं भूख से मर जाऊंगी। ‘ वहीं 26 वर्ष की स्टेफनी गोनक्लेव दक्षिणपूर्वी ब्राजील में एक ट्रांस संभोग वर्कर हैं व स्टेफनी का बोलना है कि ‘रियो में कोरोना वायरस फैलने के बाद जिंदगी बहुत मुश्किल हो गई है। ‘

इस समय लॉकडाउन के चलते सभी के कार्य बंद है फिर वह संभोग वर्कर ही क्यों ना हो। अब यह समय ऐसा है कि ब्राजील के रियो डी जेनेरो शहर की गलियां खाली हैं व सड़कें सूनसान हैं।

वहीं सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से लोग एक-दूसरे से दूर रह रहे हैं। इन सभी का सबसे ज्यादा प्रभाव संभोग वर्करों पर पड़ रहा है, खासतौर से ट्रांसजेंडर संभोग वर्कर पर।

जी दरअसल ट्रांसजेंडर के मुद्दे में ब्राजील पहले से ही सबसे खतरनाक देश कहलाता है व यहां ट्रांसजेंडर संभोग वर्करों पर कोरोना वायरस की दोहरी मार देखने के लिए मिल रही है। यहाँ पर ग्राहक व आमदनी ना मिलने की वजह से ट्रांस संभोग वर्कर्स को कई गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।