कोरोना के बीच दिल्ली में आ सकती है ये आफत, जारी हुआ अलर्ट

देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर पिछले साल की तुलना हर दिन खतरनाक होती जा रही है. कई राज्यों में रिकॉर्ड नए केस सामने आ रहे हैं. देश में शुक्रवार को भी 2,17,353 नए केस दर्ज किए गए.

कई मेडिकल एक्सपर्ट और डॉक्टर इस सेकंड वेव के लिए कोविड-19 के नए वेरिएंट को जिम्मेदार मान रहे हैं. नए मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन क्या दूसरी लहर में संक्रमण के लक्षण पहले से अलग हैं या ज्यादा मरीज बिना लक्षण वाले हैं. कई एक्सपर्ट ने यह भी कहा कि पहले के मुकाबले वायरस तेजी से फैल रहा है और एक के संक्रमित होने के बाद कई लोगों को चपेट में ले रहा है.

मौसम संबंधी पूर्वानुमान व्यक्त करने वाली निजी एजेंसी ‘स्काइमेट वेदर’ ने कहा कि जून से सितंबर के दौरान देश में 75 प्रतिशत से अधिक वर्षा का योगदान देने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून इस साल सामान्य रहेगा.

भौगोलिक जोखिम के आधार पर उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के कुछ हिस्सों के साथ उत्तरी भारत में इस मौसम में कम बारिश होने की भी आशंका है. स्काइमेट वेदर के अध्यक्ष (मौसम विज्ञान) जी पी शर्मा ने कहा कि जून से सितंबर के दौरान वर्षा का दीर्घावधि औसत (एलपीए) 103 प्रतिशत रहेगा. इसमें चूक की संभावना पांच प्रतिशत अधिक या कम की है.

राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो इस मौसम में अब तक का सर्वाधिक तापमान है. न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 21.5 डिग्री सेल्सियस रहा था. आईएमडी ने बताया कि अगले पांच छह दिन तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने का अनुमान है.

मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, मराठवाड़ा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में भी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. इसके अलाावा राजस्थान में गरज के साथ हल्की बूंदा-बांदी हो सकते हैं और धूलभरी आंधी आ सकती है.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में आज लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार दिल्ली में आज बादल छाए रहने और तेज हवाएं चलने से तापमान में कुछ डिग्री की गिरावट आने की संभावना है. शहर में शुक्रवार को सुबह न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और अधिकतम तापमान करीब 38 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.