कोरोना के बाद चीन में फैली ये खतरनाक बीमारी, अब हो रही इस जानवर की तलाश

स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकार ने कहा, ‘इस समय शहर में मानव प्लेग महामारी फैलने का खतरा है. जनता को आत्मरक्षा के लिए जागरुकता क्षमता बढ़ानी चाहिए असामान्य स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में तत्काल जानकारी देनी चाहिए.’

 

उधर, सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने एक जुलाई को कहा था कि पश्चिम मंगोलिया के खोड प्रांत में ब्यूबानिक प्लेग के दो संदिग्ध मामले सामने आए थे, जिनकी प्रयोगशाला जांच में पुष्टि हो गई है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘ब्यूबोनिक प्लेग’ नाम की यह जानलेवा बीमारी जंगली चूहों में पाए जाने वाली बैक्टीरिया से होती है. इस बैक्टीरिया का नाम ‘यर्सिनिया पेस्टिस बैक्टीरियम’ है.

बताया जाता है कि यह बैक्टीरिया शरीर के लिंफ नोड्स, खून फेफड़ों को अपनी चपेट में लेता है. इससे उंगलियां काली पड़कर सड़ने लग जाती हैं नाक पर भी ऐसा ही असर पड़ता है.

सरकारी पीपुल्स डेली ऑनलाइन की खबर के मुताबिक, आंतरिक मंगोलियाई स्वायत्त क्षेत्र बयन्नुर ने ‘ब्यूबानिक प्लेग’ बीमारी की रोकथाम नियंत्रण के लिए तीसरे स्तर की चेतावनी जारी की.

ब्यूबानिक प्लेग का एक संदिध मामला बयन्नुर के अस्पताल में शनिवार को सामने आया. जिसके बाद स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकार ने घोषणा की कि चेतावनी 2020 के अंत तक जारी रहेगी.

इस बीच चीन से एक जानलेवा बीमारी के खतरे की आहट सुनाई देने लगी है. दुनिया में पहले भी हमला कर चुकी ‘काली मौत’ या ब्लैक डेथ, जिसे वैज्ञानिक भाषा में ‘ब्यूबानिक प्लेग’ बीमारी कहते हैं, वह चीन (China) में पनप रही है.

जिसके लक्षण वहां के एक व्यक्ति में दिखाई दिए हैं. उत्तरी चीन के एक शहर में रविवार को ब्यूबानिक प्लेग का एक संदिग्ध मामला सामने आने के बाद अलर्ट जारी किया गया है.

चीन से निकले कोरोना वायरस (Corona Virus) से पूरी दुनिया लड़ाई लड़ रही है. अभी तक कोरोना वायरस की दवा विश्व में कोई भी वैज्ञानिक बना नहीं पाया है.