शाहीन बाग में तीन महीने से धरने पर बैठी महिलओं को सताया कोरोना वायरस का डर, मजबूरन किया ये…

नागरिकता कानून के विरोध में बीते तीन महीने से भी ज्यादा समय से शाहीन बाग में धरने पर बैठी महिलाएं अब प्रदर्शन छोड़कर भागने लगी हैं। यहां प्रदर्शनकारियों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। शाहीन बाग के जिस पांडाल में संविधान की दुहाई देकर संविधान की मर्डर की साजिश की जा रही थी, उस पांडाल में अब गिनी चुनी महिलाएं ही दिख रहीं हैं।

केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, “दिल्ली सरकार उन घरों पर चिन्ह लगा रही है, जिनके लोगों को संगरोध में रहने के लिए कहा गया है। उनके प्रति सहानुभूति और सहयोगात्मक रवैया रखें। घरों को चिन्हित करने का मकसद सिर्फ इतना है कि ताकि दूसरे लोग अपनी सुरक्षा को लेकर सावधान रहें।”

कोविड-19 से महाराष्ट्र में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। एहतियात के तौर पर यहां चार शहरों मुंबई, पुणे, नागपुर और पिंपरी-चिंचवाड़ में लॉकडाउन कर दिया गया है। इसका असर मुंबई में लोकल ट्रेनों और बसों पर पड़ा है।