चीन को लेकर अमेरिका ने किया ये बड़ा दावा, कहा यह अधिकार नहीं

संरा  अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं को दलाई लामा के वारिस के मामले पर विचार करना चाहिए: अमेरिका वांिशगटन, 22 नवंबर (भाषा) दलाई लामा के वारिस पर निर्णय करने के चाइना के दावे को खारिज करते हुए अमेरिका ने बृहस्पतिवार को बोला कि यह मामला अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं में उठाया जाना चाहिए.

अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिका के विशेष राजदूत सैमुअल ब्राउनबैक ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ कई लोग ऐसे हैं जो चाइना में नहीं रहते लेकिन दलाई लामा का अनुसरण करते हैं. वह विश्वभर के एक जानेमाने धार्मिक नेता हैं, वह सम्मान के हकदार हैं  उनके वारिस को चुनने की प्रक्रिया उन पर विश्वास करने वाले समुदाय के हाथों में होनी चाहिए.’’ ब्राउनबैक ने इस पर चाइना के दावे को अस्वीकार करते हुए बोला कि इस मामले को अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं में उठाया जाना चाहिए. उन्होंने बोला कि इसके लिए अमेरिका दबाव बनाएगा.

ब्राउनबैक बीते दिनों धर्मशाला में थे जहां उन्होंने तिब्बती समुदाय को संबोधित किया. उन्होंने एक सवाल के जवाब में बोला कि संयुक्त देश को उनके वारिस के मामले पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि संयुक्त देश को इस पर विचार करना चाहिए. अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं को भी इस बारे में सोचना चाहिए. यूरोपीय राष्ट्रों की सरकारों को भी इस पर सोचना चाहिए.’’

ब्राउनबैक ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि चाइना क्या कर सकता है  क्या करना चाहता है क्योंकि हमने देखा है कि उन्होंने पंचेन लामा के साथ क्या किया. वह क्या कदम उठाना चाहते हैं इस बारे में हमें हैरानी नहीं होनी चाहिए. आवश्यकता है कि हम पहले ही इस मुद्दे को देख लें.’’ उन्होंने बोला कि दलाई लामा के वारिस को चुनने का अधिकार तिब्बत के बौद्ध भिक्षुओं का है, चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी या किसी सरकार का नहीं.

ब्राउनबैक ने बोला कि यह तो ऐसा होगा कि चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी कहे कि अगले पोप के बारे में निर्णय लेने का अधिकार उसका है. यह अधिकार उसका नहीं है, यह निर्णय लेने का अधिकार तिब्बत के बौद्ध भिक्षुओं का है. उन्होंने कहा, ‘‘चीन की सरकार ने बार-बार यह बोला है कि यह उसका अधिकार है. आप याद कीजिए कि उन्होंने पंचेम लामा को अगवा कर लिया था…अब हमें यह तक पता नहीं है कि वह जीवित भी हैं या नहीं. अब चाइना की सरकार यह कह रही है कि वारिस का चयन उसके जरिए होना चाहिए.’’