तेजी से फैल रहा ब्लैक फंगस का खतरा , अब तक 10 मरीज आए सामने, 2 की मौत

मथुरा में ब्लैक फंगस के 3 मामले सामने आए हैं. ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. मथुरा, वृंदावन और राया में ब्लैक फंगस के 3 मामले सामने आए हैं. उसके बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन कोविड-मरीजों की डिस्चार्ज के बाद भी मोनिटरिंग करने की तैयारी में है.

ब्लैक फंगस के मामलों में देखने को मिला है कि यह लोग कोविड-पॉजिटिव होने के बाद अपने घर चले गए, जिसके बाद इन्हें इंफेक्शन ने घेर लिया.वृंदावन के बनखंडी क्षेत्र निवासी 70 वर्षीय मिथलेश देवी कोरोना की चपेट में आईं, जिसके बाद उन्हें ब्लैक फंगस इंफेक्शन ने भी घेर लिया है. उनकी आंखों की रोशनी चली गई है.

ऐसे ही राया क्षेत्र के रहने वाले एक युवक की ब्लैक फंगस इंफेक्शन के कारण जबड़े में परेशानी हो गई. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग सभी लोगों से संपर्क साधने की पूरी कोशिश कर रहा है. वृंदावन की रहने वाली महिला से स्वास्थ्य विभाग ने संपर्क साध लिया है. वहीं अन्य से संपर्क साधने में विभाग लगा हुआ है.

बता दें शुक्रवार को नोएडा में 6 संक्रिमत मरीजों में ब्लैक फ़ंगस की पुष्टि हुई थी. सभी मरीज यथार्थ अस्पताल में भर्ती हैं. 1 महिला मरीज की मौत हो चुकी है.

अखबारों में छपी सूचना के आधार पर 4 और केस ब्लैक फंगस के सामने आए हैं, जिसमें से एक शख्स की मौत होने की खबर है. दरअसल कोरोना संक्रमण इलाज में लोगों द्वारा स्टेरॉयड अधिक लेने ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ गया है.

कोरोना संक्रमण (COVID-19 Infection) से जूझ रहे उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस इंफेक्शन (Black Fungus Infection) धीरे-धीरे कई जिलों में फैल रहा है. कानपुर और लखनऊ में कुल 3 मरीजों की जान लेने के बाद ब्लैक फंगस ने गौतमबुद्ध नगर (Gautam Budh Nagar) में भी दस्तक दे दी है.

नोएडा में अब तक 10 मरीज सामने आ चुके हैं. वहीं कुल दो (एक महिला और एक पुरुष) की मौत हाे चुकी है. हालांकि अभी तक प्रशासन की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है. सरकारी आंकड़ों में अब तक यहां कोई ब्लैक फंगस का मरीज नहीं है.