15 मई तक स्कूल, कॉलेज सहित इन सभी जगहों पर लगेगा ताला, पीएम मोदी ने लॉकडाउन बढ़ाने के दिए संकेत

लोक सभा और राज्यसभा में विपक्षी दलों के नेताओेंं के साथ चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 14 अप्रैल को देश भर में लागू किया गया लॉक डाउन अभी खत्म नहीं किये जाने योग्य नहीं है।इस आशय का फैसला कारोना वायरस के मामले पर गठित मंत्रियों के समूह (जीओएम) की मीटिंग में लिया गया । मंत्रियों के समूह ने कोरोना वायरस के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन (बंद) के कारण उत्पन्न स्थिति, इससे निपटने को लेकर उठाये जा रहे कदमों की विस्तृत समीक्षा की .

कोविड-19 पर मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने 15 मई तक सभी शैक्षणिक संस्थाओं को बंद रखने की सिफारिश की है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरकार का सोचना है कि इससे स्कूलों व कॉलेजों एक तरह से गर्मियों की छुट्टियों को मिलाकर जून के अंत तक बंद रहेंगे. गर्मियों की छुट्टी आम तौर पर मई के मध्य से प्रारम्भ हो जाती है. इसके अतिरिक्त लोगों की भागीदारी वाली सभी धार्मिक गतिविधियों पर भी 15 मई तक रोक लगाने की सिफारिश की गई है. सिफारिश में ध्यान देने वाली बात यह है कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन चाहे रहे या फिर समाप्त हो जाए, शैक्षणिक संस्थान और धार्मिक गतिविधियों वाली जगहें बंद ही रहेंगी.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले जीओएम ने यह तय किया कि धार्मिक केंद्रों, शापिंग मॉल व शैक्षणिक संस्थानों को 14 अप्रैल के बाद कम से कम चार हफ्ते तक सामान्य गतिविधि प्रारम्भ करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. 14 अप्रैल वर्तमान लॉकडाउन की अंतिम तारीख है. इस मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आदि शामिल हुए.

धार्मिक संगठनों को 15 मई तक अनुमति नहीं