सऊदी की लड़की ने जब पोस्ट की अपनी हिजाब के साथ बिकनी वाली फोटो तो सोशल मीडिया पर…

सऊदी की एक किशोरी जो वहां से भागकर कनाडा में शरण ले चुकी है। मगर, उसकी एक फोटो को लेकर फिर से विवाद हो गया है और कट्टरपंथी उसे सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं। महिला ने हाल ही में हिजाब वाली अपनी तस्वीर के बगल में बिकनी पहने हुए अपनी एक तस्वीर पोस्ट की है। अठारह वर्षीय रहफ मोहम्मद अल-क्यूनुन ने इस तस्वीर के साथ कमेंट में लिखा- मेरे जीवन का सबसे बड़ा बदलाव .. मजबूर होकर काली चादर पहनने और पुरुषों द्वारा नियंत्रित करने से लेकर आजाद महिला तक।

इस तस्वीर को पोस्ट करने के बाद रहफ को सोशल मीडिया पर फिर से निशाना बनाया गया है। कमेंट सेक्शन में कई लोगों ने तस्वीर को लेकर हंगामा किया, तो कुछ ने उसे “नग्न” होकर घूमने होने का आरोप लगाया। रहफ के परिवार ने उससे नाता तोड़ लिया है, जिसके बाद उसने अपने नाम से अल-क्यूनुन को हटा दिया है। इसके साथ ही उसने खुद को नास्तिक घोषित कर दिया है। बताते चलें कि पिछले साल कनाडा में नाटकीय रूप से भागने के बाद वह सुर्खियों में आ गई थी।

वहीं, एक अन्य यूजर लिखा- मुझे लगता है कि आप जैसे लोगों के लिए वास्तव में दुख की बात है, सऊदी महिलाएं खुशी से रह रही हैं। वे एक सामान्य जीवन जी रही हैं, वे ड्राइव करती हैं, मॉल जाती हैं और अब वे अकेले यात्रा करती हैं, साथ ही हमारे पैगंबर मुहम्मद ने कहा कि महिलाएं और पुरुष समान हैं।

एक दूसरे यूजर ने लिखा- यह (हिजाब) विनय, शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक है। यह महिलाओं को उत्पीड़न से बचाता है। इस्लाम में पोशाक का काम है और पुरुषों का इस विषय से कोई लेना-देना नहीं है। वह (रहफ) किसी भी तरह से हमें बदनाम करने की कोशिश कर रही है।

हालांकि, कई लोगों ने उनकी बहादुरी की भी तारीफ की है। एक यूजर ने ट्वीट किया- मुझे लगता है कि आप सबसे बहादुर अरब महिलाओं में से एक हैं, जो 500 साल पुरानी जीवन संस्कृति के रूप में अरब दुनिया में रहने के बजाय 21वीं सदी के जीवन को बदलने में सक्षम हैं। बधाई हो !! वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा- हमें इस दुनिया में आपके जैसे और लोगों की जरूरत है। रहफ, आपने जो किया वह अविश्वसनीय रूप से बहादुरी भरा था। आपने जो हासिल किया है, उस पर गर्व करें।

रहफ ने पहले ही खुलासा किया था कि- वह 16 साल की उम्र से अपने परिवार की तरफ से दिए जा रहे शारीरिक और मानसिक शोषण का सामना कर रही थीं। उसने कहा कि उसे नमाज नहीं पढ़ने के लिए पीटा गया और बाल छोटे करने के बाद छह महीने तक घर में बंद रखा गया।