राजद के अंतरकलह ने बिहार की सियासत को किया गर्म, लालू के दो करीबी दोस्तों के बीच मचा घमासान

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2020) इसी साल होने है लेकिन इससे पहले ही राज्य की सबसे बड़ी पार्टियों में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में अंतरकलह की जानकारी सामने आ रही है। जानकारी मिल रही है कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के दो करीबी दोस्तों में ठन गयी है। यहीं नहीं उनके करीबी मित्र ने इसे लेकर लालू को पत्र भी लिखा और साथी नेता के खिलाफ मोर्चा खोलने के साथ ही तेजस्वी यादव पर भी हमला बोला है। लालू के जिन दो करीबी दोस्तों के बीच विवाद खड़ा हो गया है वो राजद के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री ‘रघुवंश प्रसाद’ और ‘जगदानन्द सिंह’ है।

एक ओर राजद आगामी बिहार चुनाव के लिए तैयारियों में जुट गयी है, वहीं तेजस्वी यादव के नेतृत्व और सीटों को लेकर पार्टी में घमासान मचा हुआ है। इसी कड़ी में पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद ने जेल में बंद लालू प्रसाद यादव को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी के जरिये उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेता और लालू के करीबी मित्र के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

रघुवंश प्रसाद ने उठाये पार्टी पर सवाल, लगाये आरोप:

राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने 9 जनवरी को लिखी गयी अपनी चिट्ठी में आगामी चुनाव को लेकर पार्टी की गठबन्धन में भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

चिट्ठी के जरिये रघुवंश प्रसाद ने जगदानन्द सिंह और तेजस्वी यादव पर हमला बोला है। वहीं पार्टी की कमजोरियों की भी जानकारी लालू को दी। उन्‍होंने लिखा कि एक महीना बीत जाने के बाद भी अब तक पार्टी की कमेटियां नहीं बनी हैं। यह पार्टी के लिए ठीक नहीं है।

चिट्ठी में की पार्टी की कार्यशैली को लेकर शिकायत:

उन्होंने अपनी चिट्ठी में आगामी चुनाव को आधार बनाते हुए बूथ स्तर तक संगठन का स्वरूप खड़ा कर आंदोलन करने की सलाह दी है। उन्होंने सवाल किया, ‘क्या अब तक कमेटी नहीं बननी चाहिए थी? क्या संगठन बिना संघर्ष और संघर्ष बिना संगठन के मजबूत किया जा सकता है? सबसे बड़ा जनाधार और सबसे बड़ी फौज वाली पार्टी का संगठन बहुत जल्द बनाकर क्या हमें चुनाव की तैयारी में नहीं लग जाना चाहिए?’

इसलिए नाराज है पार्टी से रघुवंश सिंह:

गौरतलब है कि जगदानन्द सिंह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष है। ऐसे में रघुवंश प्रसाद ने इस छिट्ठी के जरिये उनपर भी हमला किया। बता दें कि दोनों नेताओं में पहले से ही तनातनी रही है। वहीं जब जगदानन्द सिंह को पार्टी की कमान मिली तो रघुवंश प्रसाद राजद से अलग थलग रहने लगे। वहीं जानकारी के मुताबिक, रघुवंश सिंह नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल करने के प्रयास में लगे हुए हैं, जिसपर तेजस्वी यादव पानी फेरने का काम करते रहते हैं।ऐसे में पार्टी से उनकी नाराजगी किसी से छिपी नहीं हैं।