धोनी के रिकॉर्ड तोड़ेंगे ऋषभ पंत, बस इतने रन है पीछे

पूर्व भारतीय विकेटकीपर मोरे बतौर विकेटकीपर पंत में आए सुधार से काफी प्रभावित हैं. कम से इस सीरीज को लेकर तो उनकी यही सोच है. इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई 4 टेस्ट की सीरीज पंत के 20 टेस्ट लंबे करियर में घर में दूसरी सीरीज है.

पिछली बार 2018 में वो वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 टेस्ट की घरेलू टेस्ट सीरीज में बतौर विकेटकीपर टीम का हिस्सा थे. क्योंकि तब कंधे की सर्जरी की वजह से साहा नहीं खेले थे.

हालांकि, चोट के बाद घरेलू सीरीज में साहा ने वापसी कर ली थी और उन्होंने 2019 में दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में विकेटकीपिंग की थी. इसके बाद से ही ये एक अलिखित सा नियम बन गया था कि पंत विदेश और साहा घर में टेस्ट सीरीज में विकेटकीपर के तौर पर खेलेंगे.

यह भारतीय टीम के सीनियर विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के लिए अनुचित हो सकता है, जिनकी पंत ने अब घरेलू टेस्ट सीरीज में जगह ली है. पंत ने इस भारतीय टीम को वह संतुलन दिया है.

जिसकी उन्हें तलाश थी. चौथे टेस्ट के दूसरे दिन पंत की शानदार बल्लेबाजी इस बात का उदाहरण थी कि उन्हें क्यों टेस्ट क्रिकेट में साहा पर तरजीह दी जा रही है.

इंग्लैंड के खिलाफ 4 टेस्ट की सीरीज शुरू होने से पहले भारत की टर्निंग पिचों पर विकेट के पीछे ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की क्षमता को लेकर संदेह था. लेकिन 4 टेस्ट में अकेले 428 ओवरों तक स्पिनर्स के लिए विकेटकीपिंग करने और इसी दौरान पांच स्टम्पिंग और 8 कैच पकड़ने के बाद पंत ने अपने आलोचकों को गलत साबित कर दिया.

यही वजह है कि टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर और सेलेक्शन कमेटी के चेयरमैन रह चुके किरण मोरे (Kiran More) को लगता है कि वो महेंद्र सिंह धोनी के तमाम रिकॉर्ड को तोड़ देंगे. मोरे ने News18.com से खास चर्चा में यह बातें कहीं.